शतरंज ओलंपियाड : नए प्रारूप से भारत को फायदा
नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। नए प्रारूप के कारण जर्मनी के शहर ड्रेसडेन में 12 से 25 नवंबर तक होने वाले शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के पदक जीतने की संभावना बढ़ गई है।
इस वर्ष तालिका में टीम का स्थान जीत के आधार पर होगा न कि अंकों के आधार पर। मसलन, 4-0 की जीत या फिर 2.5-1.5 की जीत के लिए समान रूप से दो अंक दिए जाएंगे।
नए नियम से भारत जैसी सशक्त टीम को काफी फायदा मिलेगा। 2006 में तुरिन में आयोजित पिछले संस्करण में भारतीय पुरुष टीम 30वें और महिला टीम 12वें स्थान पर रही थी।
वर्ष 2006 की तरह इस बार भी भारतीय टीम अपने सभी कद्दावर खिलाड़ियों से लैस होकर जर्मनी पहुंची है। इनमें के. शशिकिरण, पी. हरिकृष्ण, सूर्यशेखर गांगुली, संदीपन चंदा और जी.एन. गोपाल शामिल हैं।
महिला वर्ग में मौजूदा जूनियर विश्व चैंपियन डी. हरिका टीम का नेतृत्व कर रही हैं जबकि तानिया सचदेव, स्वाति घाटे, निशा मोहता और मैरी एन गोम्स टीम की अन्य सदस्य हैं।
हमेशा की तरह भारत को इस बार भी आर्मेनिया और उक्रेन से जोरदार टक्कर मिलेगी। आर्मेनिया जहां पुरुष वर्ग का चैंपियन है वहीं उक्रेन की महिलाओं ने पिछली बार खिताब जीता था।
इंड-एशियन न्यूज सर्विस।