चंद्रमा की कक्षा में 'अपने घर' पहुंचा चंद्रयान (लीड-1)
बेंगलुरू, 12 नवंबर (आईएएनएस)। देश का पहला मानवरहित अंतरिक्ष यान चंद्रयान-1 बुधवार को चंद्रमा की अंतिम कक्षा में अपने प्रस्तावित घर में सफलतापूर्वक पहुंच गया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक एस. सतीश ने यहां आईएएनएस को बताया कि चंद्रयान चंद्रमा की सतह से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित कक्षा में स्थापित हो गया है। अब यह दो घंटे में चंद्रमा का एक चक्कर पूरा कर लेगा।
कक्षा की ओर बढ़ने का अंतिम कौशल शाम 6.30 बजे संपन्न हुआ।
चंद्रयान अगले दो वर्षों तक अपने 11 वैज्ञानिक उपकरणों के जरिए चंद्रमा का रासायनिक, खनिजीय व भूविज्ञानीय परीक्षण करेगा।
सतीश के अनुसार चंद्रयान पर लगे दोनों भूमापी कैमरे व विकिरण देने वाला मॉनिटर चालू कर दिया गया है। कैमरों ने पृथ्वी की कुछ शानदार तस्वीरें भी ली हैं।
बाकी अन्य उपकरण भी आने वाले दिनों में चालू कर दिए जाएंगे।
सतीश ने बताया कि शुक्रवार की शाम को चंद्रमा के सतह पर एक तय स्थान पर चंद्रयान की टक्कर करा कर हम चंद्रमा के प्रभाव की जांच जारी करने की योजना में हैं। इसी के साथ ही चंद्रमा पर देश का तिरंगा गाड़ दिया जाएगा।
चंद्रयान की सेहत अच्छी है और इसके सभी उपकरण संतोषजनक तरीके से काम कर रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।