जम्मू-कश्मीर पर संसद में पारित संकल्प का सम्मान करे सरकार : आडवाणी
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के सिलसिले में संसद में पारित संकल्प से अलग कोई भी बात देश की जनता को स्वीकार नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भारत के इस पक्ष को पाकिस्तान के सामने मजबूती से रखना चाहिए।
आडवाणी ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के उस बयान का स्वागत किया जिसमें उन्होंने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों को आतंकवादी की संज्ञा दी थी। हालांकि बाद में पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने जरदारी के बयान पर स्पष्टीकरण जारी किया था।
आडवाणी ने अपने पत्र में कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसके बारे में कोई समझौता नहीं हो सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि 22 फरवरी 1994 में संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था। इसमें इस बात का भी जिक्र था कि पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर के उस भूभाग को भारत के हवाले कर देना चाहिए जो उसने अधिगृहित कर रखा है।
उन्होंने कहा, "जम्मू कश्मीर के बारे में पाकिस्तान की ओर से आ रहे विवादास्पद बयानों के मद्देनजर मैं सरकार से मांग करता हूं कि वह इस बारे में पाकिस्तान के समक्ष मजबूती से देश का पक्ष रखे।" उल्लेखनीय है कि मनमोहन सिंह अभी जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।