गंगा की अविरल धारा के लिए अनशन का 72 वां दिन
वाराणसी, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। टिहरी बांध से गंगा की मुक्ति के लिए बाबा नागनाथ योगेश्वर नाथ के अनशन का सोमवार को 72 वां दिन है। अनशन केचलते बाबा का स्वास्थ्य निरंतर गिरता जा रहा है। बाबा के गंगा के प्रति समर्पण और सरकार व जनप्रतिनिधियों द्वारा की जा रही उपेक्षा के चलते गंगा प्रेमियों में असंतोष बढ़ रहा है।
इधर, 'कंकाल' में तब्दील हो चुके बाबा नागनाथ योगेश्वर ने कहा कि जब तक सरकार गंगा की अविरल धारा बहाल करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाती है तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। बाबा ने कहा कि वे यह भी जानते हैं कि गंगा की अविरल धारा को बहाल करने के लिए भागीरथ की तरह प्रयास करना पड़ेगा, जिसके लिए काशीवासियों के सहयोग से वे मरते दम तक संघर्ष करते रहेंगे।
बाबा नागनाथ के अनशन का समर्थन करते हुए जय मां गंगे क्रांतिदूत संस्था के सदस्य विनय पांडेय ने कहा कि गंगा में प्रदूषण उसके प्रवाह को रोकने की वजह से है। पांडेय ने दावा किया कि अगर गंगा की धारा को टिहरी बांध से छोड़ दिया जाए तो गंगा स्वयं ही निर्मल तो हो जाएगी। गंगा महासभा आंदोलन से जुड़े स्वामी जितेंद्रनंद ने कहा कि बाबा नागनाथ द्वारा किए जा रहे आंदोलन को समस्त गंगा प्रेमियों का समर्थन प्राप्त है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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