चंद्रयान को 22 अक्टूबर को रवाना करने की तैयारी
बेंगलुरू, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। चांद के लिए भारत का अभियान 22 अक्टूबर को आरंभ होने की संभावना है। इसी दिन श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-1 को प्रक्षेपित करने की तैयारी की जा रही है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक एस. सतीश ने आईएएनएस से कहा, "उड़ान 22 अक्टूबर को होगी। यह सभी कुछ मौसम पर निर्भर है। चंद्रयान को अंतर्राष्ट्रीय समयानुसार सुबह 6.30 बजे प्रक्षेपित किए जाने की योजना है।"
इसरो द्वारा निर्मित 1,380 किलोग्राम वजन के अंतरिक्ष यान को 320 टन वजनी पोलर सेटेलाइट लांच वेहिकल की सहायता से चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचाया जाएगा।
सतीश ने बताया कि औपचारिक उल्टी गिनती प्रक्षेपण के 50 घंटे पहले 20 अक्टूबर को सुबह आरंभ हो जाएगी। यदि मौसम और सभी कुछ ठीक रहा तो अंतिम उल्टी गणना 22 अक्टूबर को प्रक्षेपण के एक घंटे पहले आरंभ की जाएगी।
चंद्रयान-1 पर 3.9 अरब रुपये की लागत आई है। इसमें 11 पेलोड्स हैं जिनमें पांच भारत के और छह अमेरिका, यूरोप और बुल्गारिया के हैं।
सतीश ने बताया कि अंतरिक्ष यान चंद्रमा का करीब 100 किलोमीटर दूर की कक्षा से चक्कर लगाएगा और उसकी स्थलाकृति और मिट्टी के खनिज स्त्रोतों का मानचित्र तैयार करेगा।
चंद्रयान-1 बाद के अभियानों के लिए चांद की सतह पर उतरने की दिशा में आवश्यक तकनीक के प्रदर्शन के प्रभाव की जांच भी करेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।