ओबामा को मिले 'गैरकानूनी चंदे' जांच हो : रिपब्लिकन पार्टी
वाशिंगटन, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोकेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बराक ओबामा के प्रचार अभियान के दौरान संदिग्ध दानदाताओं से धन मिलने का आरोप लगाते हुए संघीय निर्वाचन आयोग (एफईसी) से इसकी जांच करने को कहा है। पार्टी को अंदेशा है कि इन संदिग्ध दानदाताओं का संबंध आंतकवादियों से भी हो सकता है।
वाशिंगटन, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोकेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बराक ओबामा के प्रचार अभियान के दौरान संदिग्ध दानदाताओं से धन मिलने का आरोप लगाते हुए संघीय निर्वाचन आयोग (एफईसी) से इसकी जांच करने को कहा है। पार्टी को अंदेशा है कि इन संदिग्ध दानदाताओं का संबंध आंतकवादियों से भी हो सकता है।
समाचार 'वाशिंगटन पोस्ट' ने सोमवार को खबर दी कि रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रीय समिति के प्रमुख वकील सीन केयर्नक्रास ने ओमाबा के प्रचार अभियान के दौरान हजारों छोटे चंदों के स्रोतों की जांच की मांग करते हुए कहा,"हम समझते हैं कि अमेरिकी जनता राष्ट्रपति चुनावों में काफी अधिक मात्रा में आ रहे विदेशी धन के बारे में सबसे पहले और प्रमुख रूप से जानना चाहेगी।"
केयर्नक्रास ने कहा कि इस बात के काफी अधिक प्रमाण हैं कि ओबामा के प्रचार अभियान को दान की इतनी जरूरत पड़ी कि इसके लिए 'अन्य रास्ते' खोजे गए क्योंकि संदिग्ध दानदाताओं, और तो और विदेशों से काफी चंदा मिला, जो गैर कानूनी हो सकता है।
केयर्नक्रास ने 'न्यूजवीक' पत्रिका के उस दावे की ओर संकेत किया जिसके अनुसार कई दानदाताओं ने छद्म नाम का उपयोग किया। पत्रिका के अनुसार गुडविल और डूडाड प्रो जैसे नामों से डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रचार अभियान को चंदा दिया गया है।
एफईसी के लेखा परीक्षकों के अनुसार गुडविल ने 11,000 डॉलर और डूडाड प्रो ने 17,130 डॉलर का चंदा दिया है, जो व्यक्तिगत रूप से दिए जा सकने वाले चंदे की रकम 2,300 डॉलर से काफी अधिक है।
इस वर्ष की शुरूआत में भी पत्रिका ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी कि गाजा पट्टी के दो फिलीस्तीनी भाइयों ने प्रचार अभियान के लिए एक ऑनलाइन स्टोर को थोक में टी-शर्ट खरीदने का आदेश दिया था। यह खरीददारी चंदे के रूप मानी जाती, लेकिन इसकी जानकारी होने के बाद ओबामा के प्रचार अभियान ने रकम वापस कर दी।
ओबामा के प्रवक्ता बेन लाबोल्ट ने तब पत्रिका से कहा था कि कोई भी संगठन पूरी तरह इंटरनेट धोखाधड़ी से मुक्त नहीं हो सकता और हम अपने कोष एकत्र करने की प्रक्रिया का पुनर्निरीक्षण करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।