पाकिस्तानी विरोध के बावजूद आईएईए में समझौते की मंजूरी को लेकर भारत आशान्वित
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। भारत को आशा है कि पाकिस्तान के विरोध के बावजूद अगले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में विशेष निगरानी समझौते को स्वीकृति मिल जाएगी।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। भारत को आशा है कि पाकिस्तान के विरोध के बावजूद अगले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में विशेष निगरानी समझौते को स्वीकृति मिल जाएगी।
विदेश विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि आईएईए के बोर्ड आफ गवर्नर्स के सदस्य देश भारत के लिए विशेष निगरानी समझौते को मंजूरी देने के पक्ष में हैं।
भारत के लिए विशेष निगरानी समझौते को मंजूरी देने के लिए आईएईए के 35 सदस्यीय बोर्ड आफ गवर्नर्स की बैठक एक अगस्त को होगी। पाकिस्तान और भारत दोनों ही बोर्ड के सदस्यों में शामिल हैं।
पाकिस्तान द्वारा आईएईए बोर्ड के सदस्यों के बीच वितरित एक पत्र में चिंता प्रकट करते हुए कहा गया है कि विशेष निगरानी समझौते को मंजूरी देने से भारत के लिए परमाणु ईंधन की प्राप्ति आसान हो जाएगी। ऐसी स्थिति में दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की नई होड़ शुरू हो सकती है।
भारत को आशा है कि विशेष निगरानी समझौता बिना किसी विरोध के मंजूर कर लिया जाएगा। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि नवंबर 2006 में पाकिस्तान में चीन के सहयोग से निर्मित चश्मा-2 परमाणु संयत्र के लिए एक निगरानी समझौते को मंजूरी के समय भारत ने बिना किसी आपत्ति के बोर्ड के अन्य देशों का साथ दिया था।
अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की परमाणु अप्रसार के प्रति संदिग्ध पृष्ठभूमि को देखते हुए भारत भी कई सवाल उठा सकता था।
भारत को आशा है कि आईएईए के बोर्ड आफ गवर्नर्स में शामिल एनएसजी के 19 सदस्य देशों के कारण समझौते को एनएसजी की बैठक में आसानी से मंजूरी मिल जाएगी।
परमाणु अप्रसार संधि के कट्टर समर्थक आयरलैंड के संभावित विरोध को समाप्त करने और आईएईए तथा एनएसजी दोनों में उसक समर्थन हासिल करनेक के लिए लिए प्रधानमंत्री के विशेष दूत पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन बुधवार को डब्लिन रवाना हो गए हैं।
इस मामले में आयरलैंड द्वारा अपना दृष्टिकोण स्पष्ट कर देने के बाद वे शुक्रवार को भारत लौट आएंगे और भारतीय नेताओं को आयरलैंड में हुई वार्ता से अवगत कराएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।