बौद्धिक संपदा उद्योग के योजनाबद्ध विकास की कवायद
बंगलौर, 10 जून (आईएएनएस)। बौद्धिक संपदा उद्योग के योजनाबद्ध विकास के लिए सरकार ने एकीकृत उपनगर समेत अलग से 'सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) निवेश क्षेत्र' स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।
बंगलौर, 10 जून (आईएएनएस)। बौद्धिक संपदा उद्योग के योजनाबद्ध विकास के लिए सरकार ने एकीकृत उपनगर समेत अलग से 'सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) निवेश क्षेत्र' स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।
केंद्रीय आईटी सचिव जयेंद्र सिंह ने आईएएनएस से कहा, "बौद्धिक संपदा उद्योग के योजनाबद्ध विकास के लिए आईटी निवेश क्षेत्र का खाका तैयार कर लिया गया है। इस विशेष क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और एकीकृत उपनगर स्थापित करने में केंद्र सरकार राज्य सरकारों को मदद करेगी।"
उन्होंने कहा कि बंगलौर, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे, मुंबई, कोलकाता और दिल्ली समेत पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आईटी उद्योग के अव्यवस्थित विकास से बुनियादी संरचना, नागरिक सुविधाओं, परिवहन और सार्वजनिक स्थलों पर दबाव बढ़ गया है।
इन सात शहरों में आईटी उद्योग के विस्तार के कारण जमीन, पानी, सड़क और अन्य सुविधाओं की मांग दिनोदिन बढ़ रही है। इनकी आपूर्ति के लिए इन शहरों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
'नेशनल एसोसिएशन आफ साफ्टवेयर एंड सर्विस एंड सर्विसेज कंपनीज' (नासकाम) द्वारा आयोजित एक प्रौद्योगिकी सम्मेलन में मंगलवार को सिंह ने कहा, "हालांकि राज्य सरकारें तेजी से विकास कर रही आईटी उद्योगों को दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में कारोबार फैलाने को कह रही हैं ताकि सभी क्षेत्रों में इस उद्योग का समान रूप से विकास सुनिश्चित किया जा सके।
लेकिन यह काफी नहीं है। इस उद्योग में वैश्विक प्रतिस्पर्धा को देखते हुए इस क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने और इस उद्योग की समस्याओं का दीर्घकालिक समाधान निकालने की जरूरत है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।