गुर्जर नेताओं ने राष्ट्रव्यापी बंद आव्हान वापस लिया (लीड-3)
जयपुर, 9 जून (आईएएनएस)। राज्य सरकार के साथ हुई सकारात्मक बातचीत के बाद गुर्जर नेताओं ने 10 जून यानी मंगलवार को आयोजित राष्ट्रव्यापी बंद आव्हान वापस लेने की घोषणा की है।
गुर्जर नेताओं व राजस्थान सरकार के बीच शुरू हुई प्रारंभिक दौर की बातचीत आज सकारात्मक रही। बातचीत से इस बात के संकेत मिले हैं कि गुर्जर नेता सरकार द्वारा उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन मिलने के मद्देनजर अपना आंदोलन वापस ले सकते हैं।
इससे पहले अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग को लेकर लगभग एक पखवाड़े से आंदोलन कर रहे गुर्जर समुदाय के प्रतिनिधियों व राजस्थान सरकार के बीच आज बातचीत शुरू हुई। इस आंदोलन में कम से कम 39 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
जयपुर से 160 किलोमीटर दूर भरतपुर जिले के बयाना के एक विद्यालय में 37 गुर्जर नेताओं के साथ शुरू हुई प्रारंभिक दौर की बातचीत में सरकार की तरफ से राजस्थान के खनिज मंत्री एल.एन. दवे व सिंचाई मंत्री संवर लाल के अतिरिक्त जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव व मुख्य वार्ताकार एस.एन. थानवी व भरतपुर मंडल के आयुक्त हिस्सा ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और गुर्जर संघर्ष आरक्षण समिति के संयोजक किरोड़ी सिंह बैंसला हालांकि इस बातचीत में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
राज्य सरकार ने थानवी को वार्ताकार नियुक्त किया है और वे कुछ दिनों से बयाना में डेरा डाले हुए हैं।
इससे पहले बैंसला ने कहा था कि पहले दौर की बातचीत सफल रही, तो ही हम जयपुर में निर्णायक बातचीत के लिए राजी होंगे।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी गुर्जरों ने आंदोलन किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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