'आखिर आरुषि की चीख क्यों नहीं सुनाई दी'
नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। बहुचर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पाया है कि जिस कमरे में आरुषि की हत्या की गई थी वह पूरी तरह बंद नहीं था। ऐसी स्थिति में यह सवाल उठाए जा रहा है कि घर में उपस्थित अन्य लोगों को आखिर आरुषि की चीख क्यों नहीं सुनाई दी।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा पूछताछ के दौरान आरुषि के पिता राजेश तलवार और मां नुपूर तलवार ने कहा था कि हत्या की रात दोनों ने आरुषि की चीख एयरकंडीशनर की तेज आवाज के कारण नहीं सुनी थी।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "जांच के दौरान हमें पता चला कि आरुषि के कमरे का दरवाजा बंद नहीं था।" सीबीआई का कहना है कि इस बात से पता चलता है कि तलवार का वह वक्तव्य गलत था, जिसमें उन्होंने कहा था कि 16 मई की रात उन्होंने धक्का देकर आरुषि के कमरे का दरवाजा खोला था।
सीबीआई अधिकारी ने कहा, "इस बात को स्वीकारना मुश्किल लगता है कि घर में रहने वाले लोग किसी प्रकार की आवाज को नहीं सुन पाए थे।"
गौरतलब है कि 16 मई को आरुषि अपने घर में मृत पाई गई थी। शुरुआत में पुलिस का शक तलवार परिवार के घरेलू नौकर हेमराज पर गया था, लेकिन अगले ही दिन हेमराज का शव भी घर के छत से बरामद हुआ था।
इस दोहरे हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस ने 23 मई को आरुषि के पिता राजेश तलवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उस समय कहा था कि तलवार ने पहले हेमराज और फिर आरुषि की हत्या की। बाद में यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।