पश्चिम बंगाल में 5 छात्राओं का पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप
कोलकाता, 8 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय की पांच छात्राओं ने दक्षिणी 24 परगना जिले की पुलिस पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
इन छात्राओं का दावा है कि पुलिस ने नक्सलियों के साथ संबंध रखने के संदेह में उन्हें प्रताड़ित किया।
विश्वविद्यालय की छात्राएं देबोलीना चक्रबर्ती, जयिता दास, रुपा बासु, सोमदत्ता मुखर्जी और अन्वेशा सरकार ने यह आरोप लगाया है। ये सभी नदंीग्राम, सिंगुर और अन्य स्थानों पर भूमि अधिग्रहण के खिलाफ महिलाओं की 'मतांगिनी महिला समिति' नामक संस्था चलाती हैं।
दास ने बताया, "शनिवार को पूर्वी जादवपुर पुलिस स्टेशन से पुलिसकर्मियों का एक दल हमारे घर की तलाशी के लिए पहुंचा। उन्होंने कहा कि हमारे संबंध नक्सलियों के साथ हैं। उनके पास तलाशी का वांरट भी नहीं था। हमारे कुछ मित्रों ने इस संबंध में विश्वविद्यालय शिक्षकों को सूचना दी, जिसकी वजह से हम जेल जाने से बच गए। "
दास ने कहा, "यह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के स्थानीय कार्यकर्ताओं की यह सोची-समझी साजिश थी।" दूसरी ओर माकपा के स्थानीय नेता पप्पू चौधरी ने इन आरोपों से इंकार किया है।
विश्वविद्यालय के पंजीयक रजत बंदोपाध्याय ने कहा, "हमारी छात्राओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए और ऐसी जांच कानूनी दायरे में होनी चाहिए।"
पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा, "हमें इन छात्राओं द्वारा नक्सली पोस्टर लगाने और पर्चे बांटने की सूचना मिली थी। इसी कारण हमें तलाशी लेनी पड़ी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।