सपनों से प्ररित होते हैं जिहादी : अध्ययन
लंदन, 7 जून (आईएएनएस)। सामाजिक मानव विज्ञानी ईयान एडगर ने अल कायदा और तालिबान के जाने माने सदस्यों पर किए गए एक शोध में पाया है कि मध्य-पूर्व समेत दुनिया भर के जिहादी अपने आंदोलन के लिए सपनों से प्ररित होते हैं।
डरहम विश्वविद्यालय के एडगर ने रात में आने वाले सपने से किसी तरह की प्रेरणा के बारे में जानने के लिए ब्रिटेन, पाकिस्तान, उत्तरी साइप्रस और तुर्की में कई लोगों से बात की।
एडगर ने ओसामा बिन लादेन के उस टेप की भी समीक्षा की जिसमें उसने 9/11 हमले के बारे में कहा था कि इस हमले की गुप्त जानकारी सभी लोगों को मिल सकती है बशर्ते वे सपने देखन शुरू कर दें।
अपने शोध में एडगर ने चार प्रमुख निष्कर्ष निकाले हैं। पहला यह कि जिहादी सपने से प्रेरित होते हैं, दूसरा वे सपनों के आधार पर अपनी गतिविधियों को सही ठहराते हैं, तीसरा वे इन सपनों को वास्तविकता से कहीं ज्यादा वास्तविक मानते हैं और चौथा सपने बीते हुए दौर के मिथकों से व्यक्ति को जोड़ते हैं।
शुक्रवार को एक विज्ञान समारोह में एडगर ने कहा कि इस्लाम संभवत: रात में देखे जाने वाले सपनों वाली दुनिया की सबसे बड़ी संस्कृति है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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