आंध्र प्रदेश में बंद से जन-जीवन प्रभावित (संशोधित )
हैदराबाद, 6 जून (आईएएनएस)। पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्यों में बढ़ोतरी के विरोध में आंध्र प्रदेश में विपक्षी दलों की ओर से शुक्रवार को आहूत बंद के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। परिवहन सेवाएं ठप्प रहीं और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे।
राज्य के मुख्य विपक्षी दलों- तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने राज्यव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है।
पृथक तेलंगाना राज्य की मांग कर रही तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने भी अपने क्षेत्र में बंद रखा है। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्यों में की गई वृद्धि के विरोध में रेल रोको अभियान चला रही है।
प्रदर्शनकारियों ने सभी 23 जिलों में आंध्र प्रदेश सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) के बस अड्डों की सुबह से ही घेराबंदी कर रखी है और वे बसों को डिपों से बाहर ही नहीं निकलने दे रहे। प्रदर्शनकारियों ने मेढक और निजामाबाद जिलों में कुछ बसों को क्षति भी पहुंचाई। खम्माम में भी वामपंथी प्रदर्शनकारियों ने कुछ बसों को नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रमुख राजमार्गो पर धरने देने से यातायात जाम हो गया।
हैदराबाद में काफी कम संख्या में एपीएसआरटीसी की बसें चल रही हैं। राज्य परिवहन निगम की बीस हजार बसें हैं। वहीं दूसरी ओर टेक्सी चालकों और निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। ये सभी किराए में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। इनकी हड़ताल में कुछ ऑटो रिक्शा चालक भी शामिल हो गए हैं।
बंद के कारण रेलवे सेवाओं पर भी असर पड़ा है। कई ट्रेनें समय पर नहीं चल पाई। टीडीपी और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन किए। पुलिस ने लगभग एक सौ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। बंद के कारण विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
विखापट्टनम, विजयवाड़ा, गुंटूर, काकीनाडा, तिरुपति, निजामाबाद, करीमनगर, मेढक और अन्य स्थानों पर बंद का व्यापक असर देखा गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।