मुद्रा स्फीति की दर 45 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर (लीड-2)
नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)। मुद्रास्फीति की वार्षिक दर विगत 45 हफ्तों में सबसे अधिक 8.24 फीसदी पहुंच गई है। 27 मई को खत्म हुए सप्ताह में मुद्रा स्फीति की दर में बढ़ोतरी बरकरार है।
इससे पूर्व समाप्त हुए सप्ताह में मुद्रा स्फीति की दर 8.1 फीसदी रिकार्ड की गई थी। पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्यों में बुधवार को बढ़ोतरी की घोषणा को मुद्रास्फीति के ताजा आंकड़ों में प्रदर्शित नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि इससे मुद्रा स्फीति की दर में एक सौ अंक जुड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में क्रमश: पांच और तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी जबकि, रसोई गैस के दाम प्रति सिलेंडर पचास रुपये बढ़ा दिए गए थे। सरकार ने यह कदम पेट्रोलियम पदार्थो को कम मूल्य पर बेचे जाने से वित्तीय भार को कम करने के लिए यह घोषणा की थी।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी का कारण खाद्य पदार्थो खासकर तेल पदार्थो के दामों में छह फीसदी का इजाफा है। गौरतलब है कि इससे पूर्व 28 अगस्त 2004 को समाप्त हुए सप्ताह में मुद्रास्फीति की दर 7.84 फीसदी रिकार्ड की गई थी। इस दर में विगत 45 हफ्ते में 5.15 फीसदी की वृद्धि हुई है।
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और रिजर्व बैंक के गर्वनर वाई. वी. रेड्डी पर मुद्रा स्फीति को नियंत्रित करने का दवाब बना हुआ है। महंगाई बढ़ने पर उन्होंने कहा कि यह वैश्विक बाजार में आवश्यक वस्तुओं खासकर कच्चे तेल की कीमतों हो रही वृद्धि का परिणाम है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।