श्रीलंका में विस्फोट, 21 मरे, 60 घायल (लीड-3)
कोलंबो, 6 जून (आईएएनएस)। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और कैंडी जिले में शुक्रवार को हुए दो अलग-अलग विस्फोटों में 21 लोग मारे गए जबकि 60 से अधिक घायल हो गए। हमलावरों ने दोनों जगहों पर बसों को निशाना बनाया। आज दोपहर कैंडी में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।
कोलंबो, 6 जून (आईएएनएस)। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और कैंडी जिले में शुक्रवार को हुए दो अलग-अलग विस्फोटों में 21 लोग मारे गए जबकि 60 से अधिक घायल हो गए। हमलावरों ने दोनों जगहों पर बसों को निशाना बनाया। आज दोपहर कैंडी में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।
पहला विस्फोट सुबह करीब साढ़े सात बजे कोलंबो से 20 किलोमीटर दक्षिण में स्थित मोरातुवा विश्वविद्यालय के निकट पिलयांडाला-काड्डुपेड्डा रोड पर यात्रियों से खचाखच भरी बस को निशाना बनाकर किया गया। बस कोटावा से माउंट लाविना जा रही थी।
विस्फोट में आठ महिलाएं समेत 21 लोग मारे गए। विस्फोट के तुरंत बाद अधिकारियों ने इसके लिए लिबरेशन टाईगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) को जिम्मेदार बताया। यह धमाका एक बौद्ध मंदिर के समीप हुआ।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "लिबरेशन टाईगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) ने सुबह मोरातुवा के निकट शैलाबिमबारमाया बौद्ध मंदिर के समीप सार्वजनिक परिवहन की एक बस को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया जिसमें आठ महिलाओं समेत 21 लोग मारे गए, जबकि 60 से अधिक घायल हो गए।"
विस्फोट में बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। पुलिस के अनुसार, यह विस्फोट रिमोट कंट्रोल के जरिए कोटावा से माउंट लाविना जा रही बस को निशाना बनाते हुए किया गया। ।"
सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर उदय ननायाकारा ने बताया कि तलाशी अभियान चलाने के लिए पुलिस और सैन्य दल दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। घायलों को कोलूबोविला और लुनावा के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
दूसरा धमाका कैंडी शहर से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित एक शिक्षक प्रशिक्षण विद्यालय के समीप यह धमाका हुआ। श्रीलंकाई रक्षा मंत्रालय के अनुसार यह धमाका दोपहर लगभग तीन बजकर पचास मिनट पर वाथेंगामा से कैंडी जा रही एक बस में हुआ।
लिट्टे की ओर से विस्फोट के संबंध में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे पूर्व 27 मई को वान्नी इलाके में हुए धमाकों की जिम्मेदारी लिट्टे ने ली थी। इस विस्फोट में दो बच्चे समेत छह नागरिक मारे गए थे।
गौरतलब है कि पिछले दो हफ्तों से कोलंबो और उसके आसपास सार्वजनिक वाहनों को निशाना बनाने की यह तीसरी घटना है, जबकि सेना और लिट्टे के बीच मन्नार, वेलिओया और वान्नी इलाकों में जबरदस्त संघर्ष जारी है।
इससे पहले बुधवार को कोलंबो के बाहरी इलाके देहीवेला में यात्री ट्रेन को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में 18 लोग घायल हो गए थे। देहीवाला में ही 26 मई को हुए एक अन्य शक्तिशाली विस्फोट में नौ नागरिक मारे गए थे और 90 से अधिक घायल हुए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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