उड़ीसा में बंद से जनजीवन अस्त-व्यस्त
भुवनेश्वर, 6 जून (आईएएनएस)। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्यों में की गई वृद्धि के विरोध में उड़ीसा में वाम दलों द्वारा शुक्रवार को बंद रखे जाने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। वहीं रेल और सड़क यातायात पर बंद का आंशिक असर पड़ा है।
राज्य के खुफिया विभाग के एक अधिकारी के अनुसार बंद का सबसे अधिक असर उन इलाकों में पड़ा है जहां वाम दल सक्रिय हैं। राज्य के बालासोर, भद्रक, गनजाम, तालचेर, राउरकेला, जजपुर, संबलपुर, कटक और राजधानी भुवनेश्वर बंद से सबसे अधिक प्रभावित हुआ।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव जनार्दन पाटी ने कहा, "भुवनेश्वर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्य में बढोतरी के विरोध में चार जुलूस निकाले। रेलवे पटरियों पर सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने बैठकर प्रदर्शन किया।"
राज्य के कुछ इलाकों में बंद के कारण रेल सेवा बाधित हुई। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में क्रमश: पांच और तीन रुपये की बढ़ोतरी की थी और साथ ही रसोई गैस के दाम प्रति सिलेंडर पचास रुपये बढ़ा दिए थे।
राज्य में गुरुवार को भी सत्तारुढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्यों में हुई वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन किए थे, जिससे सड़क और रेल सेवा आंशिक रूप से प्रभावित हुई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।