पपीते के पत्ते भगाए मच्छर, लाल मिर्च तथा हल्दी से बने स्याही
नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मार्कर पेन की स्याही लाल मिर्च और हल्दी से बने और पपीते के पत्ते से बने मच्छर भगाने की दवा। चौंकिए मत, महाराष्ट्र और गुजरात के वैज्ञानिकों ने यह संभव कर दिखाया है। उनके इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले में भी खूब पसंद किया गया।
नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मार्कर पेन की स्याही लाल मिर्च और हल्दी से बने और पपीते के पत्ते से बने मच्छर भगाने की दवा। चौंकिए मत, महाराष्ट्र और गुजरात के वैज्ञानिकों ने यह संभव कर दिखाया है। उनके इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेले में भी खूब पसंद किया गया।
मुंबई के मार्डन इंग्लिश स्कूल की छात्रा दिव्या वेकंटरामन ने कहा, "मलेरिया और डेंगू बुखार के बढ़ते मामलों ने हमें इसका समाधान ढूंढ़नें के लिए प्रोत्साहित किया। हम मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल विधि खोजना चाहते थे"
वेंकटरामन और उसकी सहपाठी नेहा कुलकर्णी ने पपीते के पत्तों से ऐसा तत्व विकसित किया, जिसका मच्छरों के प्रजनन की विभिन्न अवस्थाओं पर परीक्षण किया गया और प्रभाव जानने की कोशिश की गई। कई महीनों के अध्ययन में उन्होंने पाया कि मच्छरों की मृत्युदर 86 फीसदी थी।
उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह प्राकृतिक, सस्ता विकल्प है और इसका पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि वेंकट और कुलकर्णी पिछले महीने ही अमेरिका इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर(आईआईईएफ) से तृतीय पुरस्कार हासिल करके लौटी हैं। इस फेयर में 1500 युवा प्रतिभाओं ने हिस्सा लिया।
इसी तरह गुजरात के एस.जी. ढोलकिया मेमोरियल हाई स्कूल के युवा वैज्ञानिकों ने लाल मिर्च से लाल स्याही, हल्दी से पीली स्याही, गाजर से गेरूए रंग की स्याही और गुलाब की नरम पंखुड़ियों से गुलाबी रंग की स्याही बनाने में कामयाबी पाई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।