प्रधानमंत्री ने किया मंत्रियों से फिजूलखर्ची रोकने का अनुरोध
नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिह ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के मद्देनजर सभी केंद्रीय मंत्रियों से फिजूलखर्ची रोकने का अनुरोध किया है।
सिंह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों को गुरुवार को लिखे एक पत्र में आत्मसंयम बरतने का अनुरोध करते हुए कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि और कच्चे तेल के आयात पर हमारी निर्भरता की वजह से हमारे वित्तीय संसाधनों पर बोझ बहुत बढ़ गया है।
उन्होंने कहा है कि इस बोझ को कम करने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से जनता पर भी कुछ भार पड़ना लाजिमी है। प्रधानमंत्री ने लिखा है, "हमें जनता को उन मजबूरियों और कारणों के बारे में बताना होगा, जिनकी वजह से सरकार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि करने को विवश हुई।"
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा है कि इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि हम अपने दफ्तरों और प्रतिष्ठानों के भी खर्चे घटाएं। उन्होंने कहा कि इस तथ्य को झुठलाया नहीं जा सकता कि यात्रा और प्रशासन पर होने वाले खर्च में कटौती की काफी गुंजाइश है। सिंह ने कहा कि जब सरकार जनता से तेल आयात पर होने वाले खर्च की वजह से होने वाले वित्तीय बोझ को बांटने के लिए कह रही है, तो ऐसे में हम सब की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने संस्थानों में होने वाली फिजूलखर्ची पर रोक लगाए।
सिंह ने पत्र में सभी केंद्रीय मंत्रियों से विमान यात्रा और विशेषकर विदेश यात्राओं में कटौती करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि ये यात्रायें उसी सूरत में की जाएं, जब ऐसा किया जाना बहुत जरूरी हो। प्रधानमंत्री ने कहा है कि मंत्रियों को खुद के तथा अपने मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के भी खर्चो में कमी लानी चाहिए। इस संबंध में कैबिनेट सचिव की ओर से विस्तृत निर्देश भी जारी किए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।