भारत को उम्मीद खत्म होगा परमाणु प्रौद्योगिकी संबंधी अलगाव
नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका परमाणु समझौता भले ही अनिश्चय के बादलों से घिरा हो, लेकिन सरकार को अभी भी उम्मीद है कि भारत के खिलाफ परमाणु प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रतिबंध हट जायेंगे।
एसोचैम के सम्मेलन में मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में विदेशमंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा," अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी हासिल करना और उसके साथ एकीकरण चुनौती भरा काम है। भारत को परमाणु ऊर्जा के बारे में उसके रुख की वजह से उसे उच्च-प्रौद्योगिकी व्यापार से अलग-थलग रखा गया था, पर आशा है कि यह मसला जल्दी ही हल हो जाएगा।"
आशा की जा रही है कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौते से भारत के खिलाफ दशकों से जारी परमाणु ऊर्जा प्रौद्योगिकी संबंधी प्रतिबंध हट जाएंगे। ये प्रतिबंध 1974 और 1998 में किए गए परमाणु परीक्षणों के कारण भारत पर लगाए गए थे।
परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह-एनएसजी द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने और अमेरिकी कांग्रेस से अनुमोदित होने के बाद इस परमाणु करार की बदौलत भारत के साथ अंतर्राष्ट्रीय नागरिक परमाणु व्यापार शुरू हो सकेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।