ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता ने परमाणु हथियारों के आरोप नकारे
तेहरान, 3 जून (आईएएनएस)। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खमैनी ने मंगलवार को कहा कि देश का परमाणु कार्यक्रम जारी रहेगा, लेकिन उन्होंने गुप्त परमाणु हथियार कार्यक्रम के आरोपों का खंडन किया।
दक्षिणी तेहरान में अयातुल्लाह खुमैनी के मकबरे पर आयोजित एक समारोह में खोमैनी ने कहा कि ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम जारी रखेगा और आखिरकार पूर्ण परमाणु प्रौद्योगिकी हासिल करेगा, चाहे पश्चिमी देश इसे पसंद करें या नहीं।
खोमैनी की 19 पुण्यतिथि पर उनके उत्तराधिकारी खमैनी ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निरीक्षण संस्था अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) द्वारा ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया।
इससे पहले सोमवार को आईएईए प्रमुख मोहम्मद अलबरदेई ने कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनका संगठन ईरान के परमाणु कार्यक्रम के सैनिक पहलुओं के प्रमाण नहीं जुटा सका।
खमैनी ने कहा कि परमाणु हथियार बनाना इस्लाम के खिलाफ है और इससे कोई देश ताकतवर नहीं बन सकता।
उन्होंने अमेरिका को दोषी ठहराते हुए कहा कि वह ईरान पर इसलिए आरोप मढ़ रहा है, क्योंकि वह परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य देशों की तरह असैन्य परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम चलाने के ईरान के अंतर्राष्ट्रीय अधिकार को खुलकर चुनौती नहीं दे सकता।
आईएईए के ईरान के कथित परमाणु कार्यक्रम के बारे में संदेह जाहिर करने से यहां आक्रोश है और संसद के अध्यक्ष अली लारीजानी ने तो संकेत दिया है कि ईरान संयुक्त राष्ट्र संस्था के साथ दोबारा सहयोग कर सकता है।
जबकि ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने सोमवार को कहा था कि संदेह के बावजूद उनका देश आईएईए के साथ सहयोग करता रहेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।