इस्लामाबाद धमाके में आठ मरे, इंडिया हाउस भी चपेट में (लीड-3)
इस्लामाबाद, 2 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में डेनमार्क के दूतावास के बाहर हुए एक भीषण आत्मघाती कार बम धमाके में एक संभावित विदेशी समेत आठ लोग मारे गए और पास ही मौजूद भारतीय उच्चायुक्त के आवास 'इंडिया हाउस' को भी नुकसान पहुंचा।
इस्लामाबाद, 2 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में डेनमार्क के दूतावास के बाहर हुए एक भीषण आत्मघाती कार बम धमाके में एक संभावित विदेशी समेत आठ लोग मारे गए और पास ही मौजूद भारतीय उच्चायुक्त के आवास 'इंडिया हाउस' को भी नुकसान पहुंचा।
आज दोपहर लगभग एक बजे हुए इस धमाके का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी आवाज घटनास्थल से लगभग पांच किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। बताया जा रहा है कि जिस कार में धमाका हुआ उसमें लगभग 30 किलोग्राम विस्फोटक लदे थे।
भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी और पुलिस का कहना है कि इस धमाके के कारण इंडिया हाउस के खिड़कियों के शीशे टूट गए और दीवारों में दरार पड़ गई लेकिन कोई घायल नहीं हुआ।
भारतीय अधिकारी ने कहा कि विस्फोट के समय भारतीय उच्चायुक्त सत्यव्रत पाल इंडिया हाउस में मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि यहां के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं।
विस्फोट के तुरंत बाद सुरक्षाकर्मियों ने इंडिया हाउस के बाहर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि आंतकवादियों का मुख्य निशाना डेनमार्क दूतावास था।
यह धमाका जिस जगह हुआ वहां 'यूनाईटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम' (यूएनडीपी) के कार्यालय के अलावा कई दूसरे देशों के भी दूतावास हैं। यूएनडीपी के कर्मचारी मुनव्वर फैज ने कहा, "धमाके के तुरंत बाद मैं बाहर निकला और देखा कि शीशे और धातु के टुकड़ों समेत चारों ओर लकड़ी और खून बिखरे पड़े हैं। खून से लथपथ एक सुरक्षाकर्मी अचेत पड़ा था।"
पिछले वर्ष डेनमार्क के कुछ समाचार पत्रों में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित किए जाने की घटना को इस हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि इस वर्ष अप्रैल में भी डेनमार्क के एक समाचार पत्र में इस प्रकार के कार्टून प्रकाशित हुए थे।
इस्लामाबाद के उप पुलिस आयुक्त राणा अकबर ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद मारे गए लोगों के बारे में पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों में डेनमार्क उच्चायोग का एक सुरक्षाकर्मी भी शामिल है।
उधर डाक्टरों का कहना है कि धमाके में घायल हुए कुछ लोगों की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। कई घायलों को 'पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' में भी भर्ती कराया गया है।
चिकित्सीय अधिकारी ने जानकारी दी कि धमाके में मारे गए और घायल हुए सभी लोग पाकिस्तान के रहने वाले हैं, लेकिन पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोटक पदार्थ को डेनमार्क दूतावास के समाने संकरे रास्ते पर खड़ी कार में रखा गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाका इतना जोरदार था कि घटनास्थल पर छह फीट गहरा गड्ढा हो गया है और आसपास की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।