चीन में घटिया स्कूली भवनों के खिलाफ भूकंप पीड़ितों का गुस्सा फूटा
बीजिंग, 2 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम चीन के भूकंप पीड़ितों का दुख अब स्कूली भवनों के घटिया निर्माण के खिलाफ फूटने लगा है।
भूकंप प्रभावित सिचुआन प्रांत के मेनझाउ कस्बे में मृत छात्रों के सैकड़ों अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया है। अभिभावकों में छात्रों की तस्वीरों और बैनरों के साथ स्कूल इमारतों के घटिया निर्माण की निंदा की।
प्रांत के करीब 7,000 स्कूलों में से अधिकांश 12 मई को आए भूकंप में ताश के पत्तों की भांति ढह गए। स्थानीय अधिकारियों को रिक्टर स्केल पर करीब 8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद ध्वस्त हुए स्कूलों के लिए सफाई देने में कठिनाई हो रही है।
अभिभावकों के गुस्से को शांत करने के लिए मेनझाउ जिले के कम्युनिस्ट पार्टी प्रमुख उनके एक प्रदर्शन के सामने घुटने के बल झुक गए।
अभिभावकों का आरोप है कि लालची पार्टी कार्यकर्ता और निर्माण कंपनियां उनके बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। सिचुआन प्रांत के शिक्षा विभाग के उपनिरीक्षक लिन क्विं ग ने स्वीकार किया कि शिक्षा अधिकारियों ने भ्रष्टाचार के रास्ते खुले छोड़ रखे थे।
उनके विभाग ने स्वीकार किया है कि खराब निर्माण कार्य और पुराने भवनों के कारण भारी संख्या में स्कूल ध्वस्त हुए हैं।
बीजिंग स्थित भवन निर्माण अकादमी ने 60 विशेषज्ञों के एक दल को प्रांत में स्कूलों की जांच के लिए भेजा गया है।
शिक्षा विभाग के प्रवक्ता वंग झुमिंग ने कहा कि यह मूल नियम है कि भूकंप से बचाव के लिए स्कूलों का निर्माण अन्य भवनों की तुलना में अधिक गुणवत्तायुक्त होना चाहिए।
भूकंप के कारण जहां अधिकांश स्कूली इमारतों के ढहनें के कारण करीब 10,000 से भी अधिक स्कूली बच्चों की मौत हुई वहीं 1960 से भी पहले के भवनों को अधिक नुकसान नहीं पहुंचा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*