पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतें बढ़ाने से नहीं बचा जा सकता : पीएम (लीड)
नई दिल्ली, 2 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 'अधिक तर्कसंगत आर्थिक नीतियों' को अपनाने के लिए व्यापक राजनीतिक सहमति की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के घाटे को कम करने के लिए पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतें बढ़ाने के सिवा कोई दूसरा चारा नहीं है।
व्यापारिक संगठन एसोचैम की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हम सबसिडी खर्च को और बढ़ाने की अनुमति नहीं दे सकते और न ही हम उपभोक्ताओं को दुनिया में तेल और अन्य जरूरी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से पूरी तरह बचा ही सकते हैं।"
गौरतलब है कि इंडियन आयल कार्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने आशंका व्यक्त की है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक उन्हें 200 अरब रुपये का घाटा हो सकता है।
वामपंथी दलों द्वारा कीमतों में वृद्धि के प्रयासों का लगातार विरोध करने पर प्रधानमंत्री ने कहा है कि हमें इन मुद्दों पर व्यापक राजनीतिक सहमति बनानी पड़ेगी।
सिंह ने आगे कहा, "हम एक सीमा तक समाज के गरीब तबके की रक्षा कर सकते हैं और वह हमने किया भी है। सरकार ने पिछले चार सालों में केरोसीन की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। हमने केवल घरेलू गैस और डीजल की कीमतों में मामूली वृद्धि की है यहां तक की पेट्रोल की कीमतें भी हमने अन्य देशों की तुलना में काफी कम रखी हैं।"
प्रधानमंत्री का यह बयान उस समय आया है जब देश में महंगाई की दर 8.1 फीसदी पर पहुंच चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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