संन्यासी बनने गये थे लापता पत्रकार
इलाहाबाद, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। वरिष्ठ पत्रकार श्यामेंद्र कुशवाहा का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह मन में बैराग की भावना लेकर घर से निकल गये थे। कल देर रात सकुशल घर लौटे श्यामेंद्र ने आज खुद इस बात की जानकारी दी।
गैरतलब है कि पिछले 5 अप्रैल को कुशवाहा लापता हो गए थे। अटकलें लगाई जा रही थी कि उनका अपहरण हो गया है। उधर पुलिस ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है।
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने आज लखनऊ में कहा कि जिन लोगों ने इस मामले में पुलिस की छवि खराब करने की कोशिश की है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्यामेंद्र कुशवाहा आज इलाहाबाद में मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि उन्हें बैराग धारण करने की इच्छा थी। इसी कारण वह 5 अप्रैल को इलाहाबाद से लखनऊ होते हुए हरिद्वार चले गए थे। एक साधु ने उन्हें गृहस्थ जीवन अपनाकर भगवान की सेवा करने की सलाह दी। इसके बाद वह शर्म के कारण पिछले कुछ दिनों से घर नहीं आ रहे थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।