अध्यात्म को विज्ञान के संग जोड़ा जाए : पण्ड्या
नई दिल्ली, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। गायत्री परिवार के प्रमुख डा. प्रणव पण्ड्या का कहना है कि भारत आने वाले समय में विश्व गुरु के स्थान पर विराजमान होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि अध्यात्म को विज्ञान के साथ जोड़कर ज्ञान के क्षेत्र में कदम बढ़ाया जाए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चाटर्ड एकाउंटेंट सेल द्वारा नई दिल्ली में आज आयोजित एक कार्यक्रम में पण्ड्या ने ये बातें कही। 'ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में पण्ड्या ने कहा कि ज्ञान द्वारा ही भारत का संपूर्ण विकास संभव है। देश में युवा शक्ति पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को अध्यात्म की ओर मुड़ना चाहिए।
पण्ड्या ने कहा, "डिजीटल क्रांति के दौड़ में भारतीय युवाओं को ज्ञान के साथ-साथ अध्यात्म की ओर भी कदम उठाना चाहिए। देश में करोड़ों युवाओं को विज्ञान के संग अध्यात्म का अध्ययन करना चाहिए तभी जाकर हम विश्व गुरु के पद पर आसिन हो सकते हैं।"
चाटर्ड एकाउंटेंट पेशेवरों को संबोधित करते हुए पण्ड्या ने कहा कि ज्ञान सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है। कृषि क्षेत्र में और अधिक विकास पर बल देते हुए उन्होंने कहा, "कृषि के बाद ही हमें औद्योगिक, सूचना प्रौद्योगिकी व सेवा उद्योग के विकास पर बल देना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 तक भारत विश्व गुरु बन जाएगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियों और कॉल सेंटरों में काम कर रहे युवाओं के बारे में उन्होंने कहा कि युवाओं को काम के साथ-साथ योग व ध्यान भी करना चाहिए ताकि तनाव से उन्हें मुक्ति मिल सके।
ज्ञान आधारित उद्योग में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की तरह 'मुख्य ज्ञान अधिकारी' (सीकेओ) की नियुक्ति पर बल देते हुए पण्ड्या ने कहा कि ऐसा करने से कार्यक्षेत्र में बड़े स्तर पर बदलाव देखे जा सकते हैं। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि समाज के हर तबके को साक्षर बनाने की आवश्कता है साथ ही उन्होंने कृषि क्षेत्र के विकास पर भी बल दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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