भाकपा ने तस्लीमा के कदमों का समर्थन किया
नयी दिल्ली 29 नवम्बर.वार्ता. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बंगलादेशकी विवादास्पद लेखिका तस्लीमा नसरीन को स्थायी वीसा या भारत कीनागरिकता देने और उनके कहीं आने.जाने या लेखन पर कोई पाबंदीनहीं लगाने की पुरजोर वकालत की है
भाकपा के संसदीय नेताओं ने सुश्री नसरीन की वीसा अवधि बढानेके संबंध में दोनों सदनों में विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी के वक्तव्य में .उनपर थोपी गयी बंदिशों को अस्वीकार्य बताते हुये. और उन पर खतरे केनाम पर वस्तुत. उन्हें नजरबंद कर देने का आरोप लगाते हुये आज यहांएक प्रेस कांफ्रेंस में कहा.. तस्लीमा को रहने और लिखने की पूरीआजादी दी जानी चाहिये1. ग्यातव्य है कि श्री मुखर्जी ने लोकसभा तथाराज्यसभा में सुश्री नसरीन के बारे में अपने वक्तव्य में .आश्रय देने सेइंकार नहीं करने की नीति जारी रखने की घोषणा. के साथ..साथपरोक्षत. उन्हें .राजनीतिक क्रियाकलापों से दूर रहने और भारतीय जनोंकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कायो से बचने. की नसीहत भी दी थी
लोकसभा में भाकपा के नेता गुदास दासगुप्ता ने वक्तव्य कोकट्टरपंथी ताकतों के समक्ष घुटना टेकने वाली मानसिकता का नमूनाबताते हुये कहा कि सुश्री नसरीन ने कभी राजनीति नहीं की और वहऐसी अकेली लेखिका नहीं है. जिनकी रचनाओं पर विवाद है1 उन्होंनेबंगलादेशी लेखिका से कल की अपनी बातचीत का जिक्र करते हुयेआरोप लगाया कि उनकी सुरक्षा के नाम पर उन्हें वस्तुत. नजरबंद करदिया गया है
सुश्री नसरीन को लेकर कोलकाता में पिछले सप्ताह हुयी हिंसा एवंआगजनी के बाद कथित तौर पर उन्हें पश्चिम बंगाल से निर्वासन परमजबूर किये जाने के बारे में एक सवाल पर उन्होंने सीधे..सीधे वाममोर्चा सरकार की आलोचना तो नहीं की. लेकिन कहा.. यह दुर्भाग्यपूर्णहै. दयनीय है1 राज्य सरकार से भी अपील है कि वह सुश्री नसरीन केबारे में विचार करे1.राजेश समरेन्द्र जगबीर1632वार्ता