आतंकवाद से निबटने के लिये केन्दीय जांच एजेंसी गठित हो..सांसदों
की रायनयी दिल्ली 29 नवंबर.वार्ता. कानून एवं व्यवस्था राज्यों का विषय है ् लेकिन कई बार ऐसी घटनाएं घट जाती है कि केन्द्र से उम्मीद की जाती है कि वह कदम उठाए 1 इसके लिये जरुरी है कि देश में केन्द्रीय कानून क्रियान्वयन एजेंसी बनायी जाए
यह राय आज गृह मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में सांसदों ने व्यक्त की1 बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने की
श्री पाटिल ने बैठक में कहा कि कई मंचों पर इस मसले पर विचार विमर्श किया गया है1कई बार ऐसी घटनाएं घट जाती है कि केन्द्र सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह कोई कार्रवाई करे पर पुलिस तथा कानून.व्यवस्था राज्यों के विषय है1 इसलिये केन्द्र की अपनी सीमाएं है
श्री पाटिल ने कहा कि ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि हम एक केन्द्रीय एजेंसी के गठन के बारे में विचार करें जो एक खास तरह के अपराधों की जांच करें
बैठक में सांसदों की यह आम राय थी कि आतंकवाद या इससे जुडे अपराधों की जांच के लिये एक केन्द्रीय एजेंसी हो1 उनका यह भी मानना था कि ऐसे अपराधों की परिभाषा तय हो और केन्द्रीय एजेंसी के गठन के लिये बकायदा एक कानून बने 1 सांसदों का यह भी कहना था कि इस संबंध में अंतिम फैसला राज्य सरकारों से सलाह विमर्श कर लिया जाए
बैठक में सर्वश्री डी.राजा ् के मलयसामी ् मोहन सिंह ् मनोरंजन भक्त ् के अलावा केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री माणिकराव एच.गावित तथा श्रीमती वी. राधिका सेल्वी तथा गृह सचिव मधुकर गुप्ता ने भाग लिया
इस मुद्दे पर बातचीत आगे भी जारी रहेगी और संसदीय सलाहकार समिति की अगली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा
अरविंद. नीलिमा.प्रभु 1903वार्ता