तस्लीमा धार्मिक भावनाएं भडकाने वाला लेखन न करे. मुखर्जी
नयी दिल्ली 29 नवम्बर.वार्ता. केन्द्र सरकार ने बंगलादेश कीविवादास्पद लेखिका तस्लीमा नसरीन के वीजा की अवधि बढाने काफैसला कर उसे .शरण. भी दे दी है कि अगर उसे भारत में रहना है तोलोगों की धार्मिक भावनाओं को भडकाने वाला लेखन नहीं करना पडेगा
राज्यसभा में विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने तस्लीमा नसरीन पर सांसदोंके स्पष्टीकरण का जवाब देते हुये यह संकेत दिया कि अगर सुश्रीनसरीन इस तरह का लेखन या गतिविधियां करती हैं जिससे लोगों कीभावनायें भडकती हैं तो उनके खिलाफ भी कानून अपना काम करेगा
श्री मुखर्जी ने समाजवादी पार्टी के शाहिद सिद्दिकी और लोकदल केमोहम्मद मदनी और कांग्रेस के संतोष बागोडिया की आपत्तियों कानिराकरण करते हुये कहा कि संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता केअधिकार का प्रावधान है. लेकिन अगर किसी की अभिव्यक्ति से लोगोंकी भावनाएं भडकती हैं तो उसके लिये भी कानून है और अतीत मेंऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाइयां हुयी हैं तथा लोगों की पुस्तकों परप्रतिबंध भी लगा है
श्री मुखर्जी ने कहा कि यह हमारी परम्परा रही है कि हम अतिथियोंको शरण देते हैं और यह हमारी गौरवशाली सभ्यता की पहचान है1 हमवसुधैव कुटम्बकम और विश्वव्यापी मानवता के पक्षधर रहे हैं1 लेकिनसांसदों की चिंताएं भी जायज है1 उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि हम संयम खो रहे हैं औरतोडफोड पर उता हो जाते हैं1 उन्होंने कहा कि कोई भी समाज मेंअस्थिरता फैलाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी1 कानूनव्यवस्था का पालन करना राज्य का विषय है
अरविंद समरेन्द्र जगबीर1702जारी वार्ता