हिन्दी भवन को लेकर लेखक संशकित न रहे ..नीतिश कुमार
नयी दिल्ली 07 अक्टूबर.वार्ता. बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा है कि राजधानी में नव निर्मित हिन्दी भवन को लेकर लेखकों तथा हिन्दी प्रेमियों को संशकित होने की जरुरत नहीं है क्योंकि उसमें प्रबंधन संस्थान स्थायी रुप से नहीं खोला जाएगा
श्री कुमार ने यूनीवार्ता को बताया कि ..हिन्दी भवन में प्रबंधन संस्थान खोलने को लेकर कोई विवाद खडा करने की कोई जरुरत नहीं थी.क्योंकि अभी तक हिन्दी भवन को लेकर कोई नियामावली नहीं बनी है1 अभी हिन्दी भवन खाली है .अगर उसमें कुछ दिन के लिये संस्थान खुल जाए तो मैं नहीं समता कि इससे हिन्दी का अहित होगा 1.. उन्होंने कहा कि प्रबंधन संस्थान का भवन जैसे ही बन जाएगा .वह उसमें स्थानान्तरित हो जाएगा और अगर बीच में ज्यादा जरी हुआ तो उसे ए.एन. सिन्हा इन्सटीट्यूट में भी स्थानान्तरित किया जा सकता है
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि लेखकों और हिन्दी प्रेमियों को सशंकित होने की कोई जरुरत नहीं है1 एक बार हिन्दी भवन की नियमावली बन जाए तो उसे हिन्दी के कामकाज के लिये सुचारु रुप से चलाया जाएगा
उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दी भवन सरकार की जमीन पर बना है और वह सरकार की संपत्ति है. किसी व्यक्ति की निजी संपत्ति नहीं है1 इसलिये इसको लेकर कोई विवाद खडा नहीं होना चाहिये था1 उन्होंने कहा कि वह लेखकों की भावनाओं का आदर करते है और उसे ध्यान में रखते हुये ही हिन्दी भवन के लिये नियमावली तैयार करवा रहे है
गौरतलब है कि पिछले दिनों देश के कई नामी गिरामी लेखकों तथा बिहार के साहित्यकारों ने भी हिन्दी भवन में प्रबंधन संस्थान खोलने का विरोध किया था और इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक पत्र भी लिखा था
अरविन्द.शिव.प्रभु 1418वार्ता