Fact Check: क्या सच में कर्नाटक के सब-रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर को यूनेस्को ने बताया सबसे शानदार?
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के सब रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर को यूनेस्को ने दुनिया का सबसे शानदार हस्ताक्षर करार दिया है।
Fact Check: सोशल मीडिया की दुनिया कुछ अलग ही है, लोग कुछ भी लिखकर, कोई भी फोटो शेयर करके कुछ भी दावा कर देते हैं। ऐसे में लोग इस तरह के दावों को सच मान लेते हैं, लेकिन आपके पास सही जानकारी पहुंचे इसके लिए सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों की हम पड़ताल करते हैं और आपको सही जानकारी मुहैया कराते हैं। सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही दावा किया जा रहा है, जिसमे कहा जा रहा है कि इस हस्ताक्षर को यूनेस्को ने दुनिया में सबसे शानदार हस्ताक्षर करार दिया है। लेकिन इस दावे में कितनी सच्चाई है हमने इसकी पड़ताल की।
सोशल मीडिया पर जो दावा किया जा रहा है उसमे कहा गया है कि कर्नाटक के होनावर के सब रजिस्ट्रार का हस्ताक्षर दुनिया में सबसे शानदार हस्ताक्षर है जिसके यूनेस्को ने भी स्वीकार किया है। लेकिन जब हमने इस दावे की पड़ता की तो पाया कि यूनेस्को ने इस हस्ताक्षर को दुनिया का सबसे शानदार हस्ताक्षर का दर्जा नहीं दिया है। यही नहीं यूनेस्कों ने आजतक किसी भी हस्ताक्षर को दुनिया का सबसे शानदार हस्ताक्षर नहीं करार दिया है। हमे इस तरह का कोई भी दावा सही नहीं मिला।
हमने जब यूनेस्को की वेबसाइट पर इस बात की पड़ताल की तो हमे इस तरह की कोई कैटेगरी नहीं मिली जिसमे किसी के हस्ताक्षर को मान्यता दी गई है कि वह दुनिया का सबसे शानदार हस्ताक्षर है। यह हस्ताक्षर 5 अगस्त 2018 का है। यह हस्ताक्षर सब रजिस्ट्रार शंथाया का है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे देखा जा सकता है कि शंथाया कैसे यह शानदार हस्ताक्षर करते हैं। शंथाया ने इस अलग तरह के हस्ताक्षर को इसलिए तैयार किया है ताकि कोई इसकी नकल ना कर सके। लेकिन उनके इस हस्ताक्षर का यूनेस्को से कोई लेना देना नहीं है।
Fact Check
दावा
दावे की पड़ताल की गई, जिसमे कहा जा रहा कि यह दुनिया का सबसे शानदार हस्ताक्षर है
नतीजा
सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा फर्जी है। यूनेस्को ने नहीं दी है मान्यता