Doni Polo Airport को लेकर भ्रामक दावा, क्या यही है अरुणाचल का पहला एयरपोर्ट? जानिए सच
आजादी के बाद अरुणाचल प्रदेश का पहला एयरपोर्ट डोनो पोलो के होने का दावा किया जा रहा है। आइए जानते हैं कि ये दावा सच है या फिर गलत।
Donyi Polo Airport: अरुणाचल प्रदेश को डोनी पोलो एयरपोर्ट को लेकर एक दावा किया जा रहा है। जिसमें कहा ये गया है कि डोनी पोलो वही एयरपोर्ट है,जिसका निर्माण सबसे पहले आजादी के बाद किया गया था। ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है जब पीएम मोदी ने विकसित क्षमता के साथ जनता को हाल ही में ही इस एयरपोर्ट को समर्पित किया है। आइए जानते हैं कि स्वतंत्र भारत का पहला एयरपोर्ट डोनो पोलो को क्यों कहा जा रहा है? साथ ही हम ये जानेंगे कि इस दावा कितना सच है?
पीएम मोदी ने 19 नवंबर को डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किए जाने के बाद ये दावा किया गया कि पूर्वोत्तर राज्य के लिए भारत की स्वतंत्रता के सात दशक से अधिक समय तक एक हवाई अड्डा बना। लेकिन दावे की जांच (Fact Check) में ये पाया गया कि ये भ्रामक है। खा जा सकता है। दरअसल, डोनी पोलो अरूणाचल का का पहला वाणिज्यिक हवाई अड्डा नहीं है, बल्कि पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में दो और हवाई अड्डे मौजूद हैं।
एनडीटीवी की 18 दिन पहले एक प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, हवाईअड्डा अरुणाचल प्रदेश में पहला ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा होगा। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि यह पासीघाट और तेजू के बाद अरुणाचल प्रदेश में तीसरा परिचालन हवाई अड्डा होगा। असम में यात्री अक्सर डिब्रूगढ़ या गुवाहाटी का विकल्प चुनते हैं, क्योंकि इन हवाईअड्डों तक पहुंचने के लिए लंबी यात्रा के समय की आवश्यकता होती है। वहीं इंडियन एक्सप्रेस की तथ्य-जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 1980 के दशक के दौरान अरुणाचल प्रदेश में पहली वाणिज्यिक उड़ान थी।
वहीं पीएमओ की ओर जारी की गई जानकारी के अनुसार, डोनी पोलो हवाई अड्डा अरुणाचल प्रदेश में चौथा हवाई अड्डा होगा। उद्घाटन समारोह के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुल हवाई अड्डे की संख्या 16 हो जाएगी। इसका मतलब डोनी पोलो जैसे तीन और एयरपोर्ट अरुणाल में पहले से ही मौजूद थे। ऐसे में डोनी पोलो एयरपोर्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है।
Fact Check
दावा
दावा किया जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश का डोनी पोलो एयरोपोर्ट आजादी के बाद राज्य का पहला हवाई अड्डा है।
नतीजा
डोनी पोलो एयरपोर्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है।