क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Shani Dev: शनि की बदली चाल से इन राशियों की हो गई है बल्ले-बल्ले

By Pt. Anuj K Shukla
Google Oneindia News

लखनऊ।ज्योतिष शास्त्र में शनि को सूर्य पुत्र शनिश्चर, छाया पुत्र, मंद आदि नाम से जाना जाता है। यह मकर व कुम्भ राशि का स्वामी का होता है। सूर्य, चन्द्र व मंगल को शनि अपना शत्रु मानता है जबकि बुध और शुक्र को अपना मित्र व बृहसपति के साथ सम भाव रखता है। अनुशासन का अधिष्ठाता शनि ग्रह 30 अप्रैल सुबह 6 बजकर 27 मि0 से वक्री हुआ है, जो 18 सितम्बर 2019 तक वक्री होकर धनु राशि में गोचर करेगा। फलदीपिका ग्रन्थ में मन्त्रेश्वर जी ने कहा है कि ग्रह की वक्र गति उस ग्रह विशेष के चेष्ठाबल को बढ़ाने का काम करती है। शुभ ग्रह वक्री होने पर शुभ फल देते है और अशुभ ग्रह वक्री होने पर अशुभ फल देते है। स्वार्थ चिन्तामणि के अनुसार वक्री शनि अपनी दशा व अन्तर्दशा में व्यय करवाता है। व्यक्ति के लाख कोशिश करने के बावजूद भी सफलता नहीं मिलती है।

वक्री का अर्थ आमतौर पर उलटा चलना माना जाता है...

वक्री का अर्थ आमतौर पर उलटा चलना माना जाता है...

वक्री का अर्थ आमतौर पर उलटा चलना माना जाता है किन्तु कोई भी ग्रह विपरीत दिशा में नहीं चलता है। आप ऐसे समझिये जब आप ट्रेन में बैठे होते है और उसके पास में एक दूसरी ट्रेन स्टेशन पर खड़ी होती है। आपकी ट्रेन खड़ी रहती है और पास वाली ट्रेन चलने लगती है तो आपको ऐसा प्रतीत होता है कि हम जिस ट्रेन में बैठे है वह टे्रन पीछे की ओर चल रही है किन्तु ऐसा होता नहीं है। ठीक ऐसा ही ग्रह के वक्री होने पर प्रतीत होता है। ग्रह कभी वक्री नहीं होता सिर्फ उसकी गति धीमी हो जाती है।

चलिए जानते है कि शनि की वक्र गति से विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा...

शनि की बदली चाल, इनको होगा फायदा

शनि की बदली चाल, इनको होगा फायदा

  • मेष- सामाजिक गतिविधियों में अवरोध उत्पन्न होंगे। नौकरी में काम का दबाव बढ़ने से तनाव हो सकता है। कार्य में दबाव के कारण अपने ऑफिस के सहयोगियों से रिश्ते न खराब करें। जीवन साथी से मनभेद हो सकते है। धन आयेगा किन्तु उतनी ही तेजी से जायेगा।
  • वृष- इस वक्त समय का प्रबन्धन अच्छे से करना होगा। कुछ लोगों का पुराना रोग सक्रिय हो सकता है। राय-मशविरा लेकर ही कार्य आरम्भ करें। प्राइवेट जाॅब वाले व्यक्तियों को नयें अवसर प्रदान होंगे।
  • मिथुन- निजी यात्राओं में अवरोध उत्पन्न होंगे। धन आते-आते रूक जायेगा। नौकरी वाले लोगों को लाभ प्राप्त होगा। पारिवारिक सम्बन्धों में मधुरता आयेगी। घरेलू खर्चे बढ़ सकते है। स्वास्थ्य में शिथिलता आयेगी।
  • कर्क- प्राइवेट जॉब वालों को अपने बाॅस से सचेत रहने की आवष्यता है। माता का स्वास्थ्य बिगड़ जाने के आसार है। नयें लोगों को जाविका से सम्बन्धित किये प्रयासों में अड़चने आयेंगी।

यह पढ़ें: Astrology: कैसे करें असली रत्नों की पहचान? यह पढ़ें: Astrology: कैसे करें असली रत्नों की पहचान?

ये लोग होंगे मालामाल

ये लोग होंगे मालामाल

  • सिंह- आर्थिक स्थितियों में सुधार आयेगा। किसी कारणवश पिता से बैर हो सकता है। राजकीय कार्यो में सोंच-समझकर धन निवेष करें। नौकरी वाले लोगों को अतिरिक्त लाभ होगा।
  • कन्या- पराक्रम व साहस में कमी आयेगी व रोग में वृद्धि होगी। धन को लेकर भाईयों से विवाद हो सकता है। जाॅब वाले लोग संयमित व्यवहार का अनुपालन करें। वाहन चलाते वक्त गति नियन्त्रण में रखें। धन का आगमन होगा।
  • तुला- हेल्थ में कुछ ढीलापन रह सकता है। कुछ बातों को लेकर मन असमंजस रहेगा। सुनियोजित ढ़ग से किये गये प्रयास सार्थक सिद्ध होगे। जॉब वाले लोगों विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
  • वृश्चिक- धन निवेश या लेन-देन में सावधानी बरतें। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति करने के लिए काफी मषक्कत करनी पड़ेगी। जॉब वाले लोगों की पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
  • इन लोगों का संवरेगा जीवन

    इन लोगों का संवरेगा जीवन

    • धनु- वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें अन्यथा सिर में चोट लगने के संकेत है। लाभ के नयें स्रोत बन सकते है। जाॅब वाले लोग अपने मातहतों से सावधानी बरतें।
    • मकर- गैर सरकारी योजनाओं में लाभ की सम्भावनाओं है। भाई, बन्धु व ससुराल पक्ष से सहयोग मिल सकता है। सामाजिक उत्सवों में भाग लेने के सुअवसर प्राप्त होंगे। धन का आगमन होगा।
    • कुम्भ- कुछ लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहेगी। जॉब वाले लोगों को पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सन्तान की ओर से सुखद समाचार की प्राप्ति होगी।
    • मीन- कोई ऐसा कार्य हो सकता है, जिससे पद, प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है। नयें कार्यो में कोई रिस्क न लें अन्यथा हानि हो सकती है। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। जाॅब वाले लोगों की प्रगति होगी।

यह पढ़ें: Ratna (Gemstone or Precious Stone): जानियों रत्नों की उत्पत्ति कैसे हुई? यह पढ़ें: Ratna (Gemstone or Precious Stone): जानियों रत्नों की उत्पत्ति कैसे हुई?

Comments
English summary
It’s time for another retrograde, and this time, it’s Saturn that’s appearing to move backwards in the sky.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X