Mercury transit in Scorpio: बुध का वृश्चिक राशि में गोचर ,जानिए क्या होगा असर?
नई दिल्ली, 21 नवंबर। ज्ञान, बुद्धि, कर्म, लेखन-पठन, व्यापार का प्रतिनिधि ग्रह बुध आज सुबह 4.50 बजे वृश्चिक राशि में प्रवेश कर गया है। बुध 10 दिसंबर तक इसी राशि में रहेगा। बुध का मंगल की राशि वृश्चिक में गोचर आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा और क्या उपाय करें कि इस गोचर को अपने लिए सर्वश्रेष्ठ बनाया जा सके।
आइए जानते हैं कैसा रहेगा आपके लिए
मेष : मेष राशि के लिए बुध का गोचर अष्टम भाव में होगा। यहां से इसकी सप्तम दृष्टि द्वितीय धन भाव पर हो रही है। चूंकिबुध वाणी और धन दोनों का प्रतीक है इसलिए मेष राशि के जातक अपनी वाणी से धन अर्जित करेंगे। पैतृक संपत्ति प्राप्त होने के योग हैं। अष्टम में होने के कारण कुछ मात्रा में बौद्धिक क्षमता की कमी हो सकती है।
वृषभ : वृषभ राशि के लिए बुध का गोचर सप्तम भाव में होगा और इसकी दृष्टि लग्न पर रहेगी। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। दांपत्य जीवन सुखमय होगा। व्यापार-व्यवसाय में साझेदारों से अच्छा तालमेल रहेगा। बौद्धिक कार्यो में सफलता मिलेगी। किसी विशेष लाभ के अवसर मिलेंगे।
मिथुन : मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर छठे भाव में होगा। इसकी दृष्टि व्यय भाव पर होगी। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। आय में बढ़ोतरी होगी, खर्च में कमी आएगी। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष सफलता मिलने के योग बनेंगे।
कर्क : बुध का गोचर पंचम भाव में होगा। संतान और शिक्षा के लिए उत्तम समय रहेगा। इसकी दृष्टि लाभ भाव पर होने के कारण व्यापार से उचित लाभ होगा। नि:संतान दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है।
सिंह : सुख स्थान में बुध का गोचर सर्वत्र सुख-सौभाग्य की प्राप्ति करवाएगा। भौतिक सुखों में वृद्धि होगी। कार्यो में उन्नति मिलेगी। नौकरीपेशा को प्रमोशन, कारोबार में लाभ होगा। खर्च में कमी, पैसों की बचत होगी। निवेश के रास्ते खुलेंगे।
कन्या : तृतीय पराक्रम भाव में बुध का गोचर संकेत दे रहा है किआप अपनी बौद्धिक क्षमता से मजबूत बनेंगे। सर्वत्र आपके कार्यो की सराहना होगी। यहां से बुध सीधे भाग्य भाव को देख रहा है जिससे भाग्य प्रबल होगा। लाभ की संभावना अधिक बनेगी।
जानिए कब और कैसे बनते हैं रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग?
तुला : द्वितीय भाव में बुध आने के कारण अपनी वाणी के दम पर दुनिया को जीत लेंगे। शिक्षा से जुड़े लोगों को विशेष उपलब्धि कोई सम्मान मिल सकता है। पैसों का अभाव दूर होगा। बड़ी कार्ययोजनाएं बनेंगी। हालांकिअष्टम पर दृष्टि होने से रोग आ सकते हैं।
वृश्चिक : बुध का गोचर इसी राशि में होगा और दृष्टि सीधे सप्तम भाव पर रहेगी। व्यक्तित्व में निखार आएगा। निर्णय क्षमता मजबूत होगी। दांपत्य जीवन सुखमय होगा लेकिन अपने पार्टनर से कुछ भी छुपाना आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
धनु : व्यय भाव के बुध की सीधी दृष्टि छठे रोग, रिपु, ऋण के भाव पर होने के कारण खर्च बढ़ेंगे। कर्ज लेने की नौबत आ सकती है। अपनी जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ सकता है। रोगों पर खर्च होने की आशंका भी बन रही है।
मकर : लाभ भाव में बुध का गोचर होगा और दृष्टि पंचम भाव पर होगी। संतान और शिक्षा के लिए उत्तम समय है। आय के एक से अधिक साधन प्राप्त होंगे। निवेश से लाभ प्राप्त होगा। आर्थिक संकट दूर होगा। स्वास्थ्य में सुधार आएगा।
कुंभ : दशम भाव में बुध आने से कार्यो को गति मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन, कारोबार का विस्तार होगा। योजनाओं से लाभ अर्जित करेंगे। सीधी दृष्टि सुख स्थान में होने से माता और मामा पक्ष से विशेष लाभ होने के योग बनेंगे।
मीन : मीन राशि के लिए बुध का गोचर भाग्य भाव में हो रहा है। इन 20 दिनों के दौरान आपका भाग्य प्रबल होगा। सारी बाधाएं दूर होंगी और सुखों की प्राप्ति होगी। पराक्रम भाव में दृष्टि होने से आप शक्तिशाली होकर उभरेंगे, लोग आपका सम्मान करेंगे।
क्या उपाय करें
बुध के वृश्चिक में गोचर के दौरान सभी राशि के जातक प्रत्येक बुधवार को या हर दिन गाय को हरा चारा खिलाएं। पेड़-पौधों की सेवा करें। सवा किलो खड़े मूंग का दान किसी गरीब को दें।