हमेशा अशुभ नहीं होती मांगलिक कुंडली
नई दिल्ली। मंगल को लेकर अक्सर लोगों में भ्रम रहता है। यदि किसी जातक की कुंडली मांगलिक है तो वह और भी तनाव में आ जाता है। उसे लगता है कि मंगल है तो अब न तो समय पर विवाह हो पाएगा और ना ही जीवन के दूसरे कार्य ठीक समय पर हो पाएंगे। जबकि यह धारण बिलकुल गलत है मंगलीक कुंडली होना कई लोगों के लिए लाभदायक भी साबित होता है, लेकिन उसके लिए कुछ ग्रह स्थितियां होना आवश्यक है। यदि कुछ विशेष ग्रहों के योग संयोग और कुंडली के भाव का शुभ योग बन रहा हो तो मांगलिक कुंडली वाले जातक जीवन में वो सब आसानी से हासिल कर लेते हैं जो अन्य के नसीब में नहीं होता है। आइए जानते हैं वे क्या स्थितियां हैं।
सिंह राशि वालों को शुभ परिणाम देता है मंगल
-मिथुन
लग्न
की
कुंडली
वाले
जातकों
के
लिए
आठवें
और
12वें
घर
में
मौजूद
मंगल
शुभ
फल
देता
है।
ऐसे
जातकों
को
धन
की
आपूर्ति
सुचारू
रूप
से
होती
रहती
है।
-
यदि
किसी
जातक
की
कर्क
राशि
है
और
मंगल
1,
4,
7,
8
और
12वें
घर
में
से
किसी
भी
स्थान
में
मौजूद
है
तो
यह
उसे
जीवन
में
सदैव
शुभ
परिणाम
ही
देगा।
जातक
हमेशा
लाभ
की
स्थिति
में
रहेगा।
-
सिंह
राशि
वालों
के
लिए
मंगल
सबसे
अधिक
शुभ
परिणाम
देने
वाला
माना
गया
है।
सिंह
राशि
है
तो
पहले
और
चौथे
स्थान
में
बैठा
मंगल
समस्त
भौतिक
सुख
प्रदान
करता
है।
इनके
लिए
केवल
आठवें
और
12वें
घर
का
मंगल
कष्टकारी
होता
है।
इस राशि के लिए लग्न से सातवें घर का मंगल उत्तम होता
-
कन्या
राशि
वालों
के
लिए
आठवें
और
12वें
घर
का
मंगल
शुभ
परिणाम
देता
है।
ऐसा
जातक
दीर्घायु
होता
है
और
उसे
समस्त
कार्यों
में
जीत
मिलती
है।
इस
राशि
वालों
के
लिए
चौथे
और
सातवें
घर
का
मंगल
कष्टकारी
होता
है।
-
तुला
राशि
के
लिए
लग्न
से
सातवें
घर
का
मंगल
उत्तम
होता
है।
ऐसे
जातक
का
वैवाहिक
जीवन
सुखी
होता
है
और
जीवन
में
समस्त
भोग,
ऐश्वर्य
प्राप्त
रहते
हैं।
लेकिन
मंगल
यदि
12वें
घर
में
है
तो
सुखों
का
नाश
भी
कर
सकता
है।
इस राशि के लिए 12वें घर में शुभ हैं मंगल
-
वृश्चिक
राशि
का
मंगल
यदि
लग्न
से
सातवें
घर
में
हो
तो
जातक
को
कभी
हानि
और
पराजय
का
सामना
नहीं
करना
पड़ता।
इस
राशि
के
लिए
आठवें
और
12वें
घर
का
मंगल
कष्टकारी
होता
है।
-
कुंभ
राशि
के
लिए
12वें
घर
का
मंगल
शुभ
फल
देता
है।
-
मीन
राशि
के
लिए
चौथे
और
सातवें
घर
में
बैठा
लाभ
देता
है।
भौतिक
सुख,
भूमि
भवन
प्राप्त
होते
हैं।
आठवां
और
12वें
घर
का
मंगल
इनके
लिए
ठीक
नहीं
रहता
है।