खण्डग्रास चन्द्रग्रहण: जानिए क्या करें क्या ना करें, क्या होगा राशियों पर प्रभाव
लखनऊ।
31
जनवरी
2018
दिन
बुधवार
को
खग्रास
चन्द्रग्रहण
पड़ेगा।
यह
ग्रहण
कर्क
राशि
और
पुष्य
व
अश्लेषा
नक्षत्र
में
पड़
रहा
है,
ग्रहण
के
स्पर्श
काल
के
समय
पुष्य
नक्षत्र
है
और
मोक्ष
के
समय
अश्लेषा
नक्षत्र
रहेगा।
भारत
में
दृश्यमान
होगा।
भारतीय मानक समय अनुसार ग्रहण का स्पर्श, मध्य और मोक्ष इस प्रकार है-
- ग्रहण का स्पर्श-सांय 05 बजकर 18 मि0 पर।
- ग्रहण का सम्मीलन-6 बजकर 21 मि0 पर।
- ग्रहण का मध्य-रात्रि 7 बजे।
- ग्रहण का उन्मीलन-7 बजकर 38 मि0।
- ग्रहण का मोक्ष-रात्रि 8 बजकर 42 पर।
- पर्वकाल-3 बजकर 24 मि0 पर।
ग्रहण काल में क्या न करें
चन्द्रग्रहण के काल में कैंची का प्रयोग न करें, फूलों को न तोड़े, बालों व कपड़ों को साफ न करें, दातुन या ब्रश न करें, गाय, भैंस व बकरी का दोहन न करें, भोजन न करें, कठोर शब्दों का प्रयोग न करें,स्त्री प्रसंग न करें, यात्रा न करें तथा शयन करना भी वर्जित माना गया है।
ग्रहण का वार फल
यह ग्रहण बुधवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए राज्य के मन्त्रियों, सचिवों को भारी कष्ट सहना पड़ेगा। चावल, सिघाड़ा, आदि सार उपज को क्षति व सोना, चाॅदी, पीतल, लोहा आदि में तेजी आयेगी।
ग्रहण का नक्षत्र फल
यह चन्द्रग्रहण श्रवण नक्षत्र में पड़ेगा। अतः स्त्रियों, राज्य मन्त्री, शासक, साधु और जल से जीविका करने वालों को कष्ट होगा। कूर्मचक्र के अनुसार पूर्व और आग्नेय कोण दिशा के नक्षत्रों में ग्रहण पड़ रहा है। पूर्व और दक्षिण दिशा के शहरों में उपद्रव,अग्निकाण्ड व प्राकृतिक विपत्तियों से हानि सम्भव है।
ग्रहण का मण्डल फल
ग्रहण का आरम्भ अग्नि मण्डल तथा ग्रहण का मोक्ष वरूण मण्डल में होगा। अग्नि मण्डल में ग्रहण होने से पूर्व एवं दक्षिण के राज्यों अग्नि काण्ड या बम विस्फोट आदि हो सकता है। वरूण मण्डल में ग्रहण होने से वर्षा अधिकता से जनता को कष्ट सम्भव है।
गर्भवती महिलायें
गर्भवती महिलायें ग्रहण काल में एक नारियल अपने पास रखें जिससे कि वायुमण्डल से निकलने वाली नकारात्मक उर्जा का प्रभाव उन पर नहीं पड़ेगा। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलायें चाकू, कैंची, सुई का प्रयोग न करें और न ही कोई अन्य कार्य करें सिर्फ भगवान की आराधना करें।
विशेष फल
समुद्र के पास रहने वालों, नदी के पास रहने वालों के लिए अधिक वर्षा होने से विनाशकारी स्थिति रहेगी। शनि के निकट चन्द्रमा पर मंगल की दृष्टि हो और बुध मंगल से केन्द्र में रहे तो भूकम्प योग माना जाता है। शनि के धनु राशि में रहने के दौरान कई पाप ग्रह उसके निकट हो प्रलयंकर योग है। भारत के दक्षिणी हिस्से में जैसे-तमिलनाडु, कर्नाटक, बैंगलोर, केरला, गोवा, पुणे और भारत के पूर्वी हिस्से जैस-पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, कलकत्ता आदि में स्थानों में 31 जनवरी से 12 फरवरी के मध्य भूकम्प की भयावह घटना घट सकती है। वैसे 8 फरवरी को भूकम्प आने की ज्यादा सम्भावना है।
विभिन्न राशियों पर ग्रहण का फल
- मेष- इस राशि वाले जातकों को लाभ मिलने के संकेत है। परीक्षा में सफलता एवं कुछ लोगों को धन लाभ भी हो सकता है।
- वृष- इस राशि वाले लोगों को आर्थिक रूप से लाभ हो सकता। रूके हुये कार्य सम्पन्न होंगे। मन प्रसन्न रहेगा।
- मिथुन- व्यय की अधिकता के कारण परिवार में तनाव का माहौल उत्पन्न हो सकता है। सम्बन्धों के प्रति मन में उदासीनता आ सकती है। रूके हुये धन की प्राप्ति में अड़चने आयेंगी।
- कर्क- कार्यो के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। अकारण अपयश मिल सकता है, अतः सावधानी बरतें। व्यर्थ की बातों को सोंचकर मन व्यथित हो सकता है।
- सिंह- व्यय की अधिकता के कारण मन परेशान रह सकता है। परिवार में दुःख का माहौल बना रहेगा। धन की स्थिति भी सुदृढ़ रहेगी। व्यर्थ वार्तालाप में अपनी उर्जा नष्ट न करें।
- कन्या- प्रतीक्षित कार्य के पूर्ण होने से मन प्रसन्नचित्त रहेगा। किसी कारण वश धन की प्राप्ति होने के योग बन रहें है। समय का प्रबन्धन अवश्य करें।
- तुला- पारिवारिक क्लेश के कारण मन व्यथित हो सकता है। आय की अपेक्षा व्यय की अधिकता बनी रहेगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर आप परेशान रहेंगे।
- वृश्चिक- परिवार में किसी के साथ नोंक-झोंक हो सकती है, अतः वाणी पर नियन्त्रण बनायें रखें। ससुराल पक्ष से रिश्ते खराब हो सकते है।
- धनु- जीवन साथी के साथ मधुरतम पल व्यतीत होंगे। आय में वृद्धि होने के आसार नजर आ रहें। परिवार का सुख व सहयोग बना रहेगा। मन शान्त रहेगा।
- मकर- जीवन साथी से नोंक-झोक सम्भव है। सन्तान की ओर से मन चिन्तित रहेगा। कोई वस्तु चोरी होने की आशंका है। सम्बन्धों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- कुम्भ- स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें वरना रोग के चपेट में आ सकते है। रोजी व रोजगार में अत्यधिक निवेश न करें अन्यथा नुकसान हो सकता है। पिता को शरीरिक कष्ट हो सकता है। आफिस के कार्यो के प्रति मन उदासीन रहेगा।
- मीन- विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। कुछ लोगों के गुप्त सम्बन्ध उजागर हो सकते है। सोंच-समझकर चलने की आवश्यकता है वरना अपयश के भागी आप बन सकते है।