Lunar Eclipse 2021 Pregnancy Precautions : गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं देखना चाहिए चंद्र ग्रहण?
नई दिल्ली, 26 मई। साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण आज नजर आएगा। हालांकि ये पूरे भारत में केवल नार्थ-ईस्ट में दिखाई देगा। इस ग्रहण की अवधि 14 मिनट 30 सेकंड की होगी। ये दोपहर करीब 3:15 बजे शुरू होगा और शाम 6:22 बजे खत्म होगा। इस इस ग्रहण को आप नग्न आंखों से देख सकते हैं। हालांकि ये चंद्र ग्रहण प्रभावी नहीं है और इसका सूतक काल भी नहीं है लेकिन फिर भी ग्रहण के वक्त कुछ खास बातों का ख्याल रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है, खासकर के गर्भवती महिलाओं को, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ग्रहण गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए सही नहीं होता है।
Chandra Grahan 2021 Pregnancy Precautions: आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
- दरअसल चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, इस दौरान बहुत सारी तरंगे निकलती हैं, जो कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सही नहीं होते हैं इस वजह से गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण देखने से रोका जाता है।
- वैज्ञानिक तथ्य कहते हैं कि ग्रहण के दौरान ब्रह्मांड में निगेटिव ऊर्जा होती है, जो कि प्रेग्रनेंट लेडी के लिए सही नहीं होती। इस कारण उन्हें ग्रहण देखने के लिए मना किया जाता है।
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चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं ज़रूर करें उच्च स्वर में 'ऊं' का जाप
ग्रहण के वक्त गर्भवती महिलाओं को 'ऊं' का जाप उच्च स्वर में करने को कहा जाता है क्योंकि ऐसा करने से घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है साथ ही 'ऊं' का तेजी से पाठ करने से महिला का दिमाग केवल वो ही स्वर सुनता है, जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अच्छा होता है।
चंद्र ग्रहण 2021 में गर्भवती महिलाएं क्या करें, क्या न करें (चाकू, कैंची या झाड़ू आदि का प्रयोग वर्जित)
कहा जाता है कि ग्रहण के वक्त चाकू, कैंची या झाड़ू आदि का प्रयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे के होंठ और कान कट जाते हैं। इसका कोई स्पष्ट प्रमाण तो नहीं है लेकिन इसके पीछे कारण सिर्फ इतना ही है कि ग्रहण के वक्त बहुत गर्मी होती है, ऐसे में गर्भवती महिला को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे उसका शरीर थके, यानी कि सिलाई, सफाई जैसी चीजें ना करें क्योंकि इससे उसकी ऊर्जा नष्ट होगी और उसे गर्मी लगेगी और वो परेशान होगी, जो कि उसके बच्चे के लिए भी अच्छा नहीं है। इसी वजह से महिलाओं को ग्रहण देखने से मना किया जाता है।
क्या होता है चंद्र ग्रहण ?
चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाए, साथ ही ऐसी स्थिति में भी चंद्र ग्रहण माना जाता है जब पृथ्वी की छाया से चंद्रमा पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक जाती है। इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की छाया को चंद्रमा तक नहीं पहुंचने देती है। इस वजह से पृथ्वी के उस हिस्से में चंद्र ग्रहण नजर आता है। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा को होते हैं। खास बात ये है कि चंद्र ग्रहण के दौरान 'ब्लड मून' देखने को मिलेगा यानी इस दौरान चांद लाल रंग का नजर आएगा।