H3N2 के खिलाफ ओडिशा सरकार ने कसी कमर, तेज की गई निगरानी प्रणाली
महापात्र कहा, 'हालांकि, किसी की मौत की सूचना नहीं है और एक भी मामला गंभीर नहीं पाया गया है। हमारे पास हर स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में आइसोलेशन यूनिट हैं। अ
ओडिशा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक बिजय महापात्रा ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार ने एच3एन2 के 59 मामलों का पता लगाने के बाद अपनी आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) निगरानी प्रणाली को तेज कर दिया है।
बिजय महापात्रा ने बताया, 'H3N2 में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे कोविड-19 और अन्य एडेनोवायरस के समान ही लक्षण हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमने एच3एन2 मामलों की पहचान करने के लिए जिला स्तरीय रोग निगरानी इकाइयों के माध्यम से अपनी निगरानी प्रणाली को मजबूत किया है।'
उन्होंने कहा, 'राज्य में कोविड-19 वायरस का टेस्ट करने के लिए पर्याप्त किट हैं। अगर किसी में सर्दी, खांसी, बुखार और गले में खराश जैसे लक्षण हैं, तो ऐसे व्यक्ति का एक सैंपल एच3एन2 परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) भुवनेश्वर ने जनवरी और फरवरी 2023 के दौरान एच3एन2 के लिए ओडिशा के विभिन्न हिस्सों से 225 संदिग्ध फ्लू के सैंपल का टेस्ट किया है, जिनमें से 59 नमूने एच3एन2 के लिए पॉजिटिव पाए गए।'
महापात्र ने आगे कहा, 'हालांकि, किसी की मौत की सूचना नहीं है और एक भी मामला गंभीर नहीं पाया गया है। हमारे पास हर स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में आइसोलेशन यूनिट हैं। अगर ऐसी कोई स्थिति बनती है, तो हमारे पास पर्याप्त ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक दवाइयां हैं।'