शराब पर लैब की रिपोर्टों के साथ जगन सरकार ने की हेराफेरी- टीडीपी
टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने वाईएसआरसी सरकार को केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला में सरकारी शराब की दुकानों से ताजा शराब के नमूनों का परीक्षण करने की चुनौती दी है।
हैदाराबाद, 24 मार्च। टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने वाईएसआरसी सरकार को केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला में सरकारी शराब की दुकानों से ताजा शराब के नमूनों का परीक्षण करने की चुनौती दी है। नारा लोकेश ने कहा, 'यह मुख्यमंत्री को मेरी चुनौती है। आइए हम राज्य की किसी भी शराब की दुकान पर जाएं, सैंपल इकट्ठा करें और उन्हें केंद्र सरकार की प्रयोगशालाओं में परीक्षण के लिए भेजें।'
उन्होंने आरोप लगाया कि टीडीपी पिछले साल दिनों से विधानसभा और विधानपरिषद दोनों में कथित शराब से हुई मौतों पर बहस की मांग कर रही थी, लेकन सरकार ने इसे खारिज कर दिया और अंत में टीडीपी के सभी विधायकों को निलंबित करने के बाद चर्चा शुरू की। उन्होंने आरोप लगाया कि जगन सरकार ने सरकारी सलाहकार सज्जला रामकृष्ण रेड्डी की देखरेख में स्थानीय प्रयोगशालाओं द्वारा भेजी गई रिपोर्टों में हेरफेर की है। मीडिया रिपोर्टों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि जगन सरकार के सत्ता में आने के बाद ही राज्य में 60 प्रतिशत खतरनाक शराब के ब्रांड पेश किए गए थे।
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उन्होंने सवाल किया कि यदि ये ब्रांड टीडीपी सरकार द्वारा लॉन्च किए गए थे तो जगन सरकार ने सत्ता में आने के बाद कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि यह सच है कि टीडीपी के शासनकाल में लॉन्च किए गए शराब के कुछ ब्रांड अब खतरनाक हो गए हैं। यह सब इसलिए है क्योंकि जगन मोहन के लोगों ने उन ब्रांड की भट्टियों को अपने कब्जे में ले लिया और गुणवत्ता वाले ब्रांडों में भी मिलावट शुरू कर दी। उन्होंने सीएम जगन को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो वह शराब कि किसी भी दुकान पर हमारे साथ चलकर वहां से शराब के नमूने लें और फिर उन्हें प्रयोगशाला में टेस्ट कराएं। इसके बाद सैंपल की रिपोर्ट पर विधानसभा या विधानपरिषद में बहस करें।