झारखंड में मैट्रिक स्तर पर बंपर बहाली, कल से भरे जाएंगे आनलाइन फार्म
रांची,29 सितंबरः झारखंड मैट्रिक स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा- 2022 में शामिल होने के लिए शुक्रवार से आनलाइन फार्म भरे जाएंगे। इसकी अंतिम तिथि 30 अक्टूबर निर्धारित की गई है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी संशोध
रांची,29 सितंबरः झारखंड मैट्रिक स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा- 2022 में शामिल होने के लिए शुक्रवार से आनलाइन फार्म भरे जाएंगे। इसकी अंतिम तिथि 30 अक्टूबर निर्धारित की गई है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, आनलाइन आवेदन भरनेवाले अभ्यर्थी एक नवंबर तक परीक्षा शुल्क का आनलाइन भुगतान कर सकेंगे। तीन नवंबर तक फोटो एवं हस्ताक्षर अपलोड कर उसका प्रिंट आउट डाउनलोड किया जा सकेगा। अभ्यर्थी पांच से आठ नवंबर तक आनलाइन आवेदन में किसी प्रकार का संशोधन कर सकेंगे।
इस परीक्षा के माध्यम से फिलहाल उद्योग विभाग में कीटपालक, कुशल शिल्पी एवं अन्य समकक्ष श्रेणी के कुल 455 पदों पर नियुक्ति होगी। हालांकि बाद में अन्य विभागों से रिक्तियां मिलने के बाद इसमें जुड़ सकती हैं।
किस
पद
के
लिए
क्या
है
आवश्यक
योग्यता
कीटपालक
एवं
समकक्ष
श्रेणी
के
पदों
पर
नियुक्ति
के
लिए
न्यूनतम
मैट्रिक/10वीं
उत्तीर्ण
होने
के
अतिरिक्त
झारखंड
रेशम
तकनीकी
विकास
संस्थान,
चाईबासा
से
एक
वर्षीय
सर्टिफिकेट
कोर्स
(सेरिकल्चर/सिल्क/
विविंग/सिल्क
डाईंग-प्रिंटिंग)
अथवा
दो
वर्षीय
(10
प्लस
2)
इंटर
व्यावसायिक
कोर्स
(सेरिकल्चर/टेक्सटाइल्स)
उत्तीर्ण
होना
अनिवार्य
है।
इसी तरह, कुशल शिल्पी एवं समकक्ष पदों पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम मैट्रिक/10वीं के साथ हस्तशिल्प में एक वर्ष का सर्टिफिकेट कोर्स एवं हस्तशिल्प क्षेत्र में ख्याति प्राप्त संस्थान से दो वर्ष का कार्य अनुभव अनिवार्य है।
सामान्य
श्रेणी
के
लिए
झारखंड
से
मैट्रिक
उत्तीर्ण
होना
अनिवार्य
उक्त
अनिवार्य
योग्यता
के
अतिरिक्त
सामान्य
श्रेणी
के
अभ्यर्थियों
को
झारखंड
के
स्कूलों
से
उत्तीर्ण
होना
अनिवार्य
है।
साथ
ही
अभ्यर्थी
को
स्थानीय
रीति-रिवाज,
भाषा
एवं
परिवेश
का
ज्ञान
होना
अनिवार्य
है।
हालांकि
आरक्षित
श्रेणी
के
अभ्यर्थियों
को
झारखंड
में
अवस्थित
मान्यता
प्राप्त
शैक्षणिक
संस्थान
से
मैट्रिक
उत्तीर्ण
होने
संबंधित
प्रविधान
से
छूट
मिलेगी।
किस
श्रेणी
में
कितने
पद
श्रेणी
-
कीटपालक
एवं
समकक्ष
-
कुशल
शिल्पी
एवं
समकक्ष
अनारक्षित
-
106
-
76
एसटी
-
68
-
48
एससी
-
27
-
19
अत्यंत
पिछड़ा
वर्ग
-
23
-
15
पिछड़ा
वर्ग
-
16
-
11
आर्थिक
रूप
से
पिछड़े
-
28
-
18
कुल
-
268
-
187