Navratri 2021:कैसे करें आश्विन नवमी के दिन हवन-पूजन?
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर। आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी 14 अक्टूबर 2021, गुरुवार को आ रही है। इस दिन शारदीय नवरात्रि का समापन होगा। नवरात्रि के अंतिम दिन घरों में, मंदिरों में नौ दिनों से जारी दुर्गा सप्तशती के पाठ, अनुष्ठान आदि का समापन होता है। इस दिन हवन, कन्या पूजन आदि कर्म किए जाते हैं। 14 अक्टूबर को नवमी तिथि सायं 6.54 बजे तक रहेगी। इस दिन श्रवण नक्षत्र प्रात: 9.35 से प्रारंभ होगा। बाल करण और धृति योग रहेगा। प्रात: 9.26 से रवियोग भी रहेगा।
जिन लोगों ने घर में नवरात्रि की स्थापना की है, वे नवमी के दिन उत्थापन करेंगे। इस दिन प्रात: स्नानादि से निवृत्त होकर। किसी विद्वान पंडित, पुरोहित के माध्यम से नवरात्रि का उत्थापन करवाएं। इसके लिए पंच देवों, नवग्रह, षोडशमात्रका आदि का पूजन करने के बाद दुर्गा सप्तशती के श्लोकों के दशांश भाग से हवन किया जाता है। ब्राह्मणों और 13 वर्ष से कम आयु की नौ कन्याओं को भोजन करवाकर, उनके चरण पूजन कर दान-दक्षिणा, वस्त्र आदि भेंट किए जाते हैं। इस दिन श्रद्धानुसार सुहागिन स्ति्रयों भी भोजन करवाकर सुहाग की सामग्री भेंट करने से सुख-सौभाग्य बना रहता है।
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नवमी के दिन कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं
- नौ कन्याओं को भोजन करवाएं। भोजन में चावल-दूध की खीर पंच मेवे डालकर बनाएं। कन्याओं के चरण पूजन कर उचित भेंट दें। उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। नौ देवियों की प्रतीक इन नौ कन्याओं के आशीर्वाद से आपके घर में धन-धान्य के भंडार भरे रहेंगे।
- नवमी के दिन हवन करने के बाद उसकी भस्म को चांदी की डिब्बी या लकड़ी की डिब्बी में भरकर रखें। जब भी परिवार में कोई बीमार हो या कोई संकट आए तो इस भस्म को रोगी के मस्तक पर लगाएं तुरंत राहत मिलेगी।
- नवमी के दिन नौ गोमती चक्र चांदी की डिबिया में रखें। इन्हें सिंदूर से पूजन करें। श्री सूक्त के 21 पाठ करें और डिबिया को तिजोरी में रखें। हमेशा आर्थिक समृद्धि बनी रहेगी।
- नवमी के दिन किसी दुर्गा मंदिर में लाल रेशमी कपड़े से बनी तिकोनी ध्वजा लगवाएं। इससे सर्वत्र आपकी जीत होगी। शत्रु शांत होंगे। मुकदमों में जीत मिलेगी। आर्थिक कार्यो में आ रही बाधाएं दूर होंगी।