हनुमान को करेंगे प्रसन्न तो बन जाएंगे सारे काम
नई दिल्ली। कलयुग में हनुमानजी को जागृत और प्रत्यक्ष देव कहा गया है। इनकी पूजा इस युग में शीघ्र फलदायी होती है। इसलिए जब कोई संकट मनुष्य पर आता है या ग्रह दशा विपरीत चल रही हो तो हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, हनुमान बाहुअष्टक का पाठ करने की सलाह दी जाती है।
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हनुमान आराधना
बल, साहस, शौर्य, शक्ति, ऊर्जा, आध्यात्मिक जागृति और धन-संपदा की प्राप्ति के लिए हनुमान आराधना करने का विधान है। तांत्रिक बाधा, भूत-प्रेत की बाधाओं में भी हनुमान आराधना राहत प्रदान करती है।
आज
हम
हनुमान
से
जुड़े
ऐसे
ही
कुछ
चमत्कारिक
प्रयोगों
की
बात
करने
जा
रहे
हैं,
जिनसे
मनचाहा
कार्य
पूर्ण
किया
जा
सकता
है...
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पीपल के वृक्ष
शास्त्रों के अनुसार पीपल के वृक्ष में साक्षात भगवान विष्णु का वास माना गया है और हनुमान जी भगवान विष्णु और उनके समस्त अवतारों के उपासक कहे गए हैं इसलिए हनुमान जी का पीपल के वृक्ष के प्रति विशेष लगाव है। जो मनुष्य पीपल के वृक्ष की पूजा करता है वह विष्णु के साथ-साथ हनुमान की कृपा भी पा लेता है। हम हनुमान को प्रसन्न करने के लिए पीपल के ऐसे ही कुछ चमत्कारिक उपाय बताने जा रहे हैं।
पीपल के पत्तों से लक्ष्मी की प्राप्ति
आर्थिक तंगी आजकल की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। यदि कोई व्यक्ति धन के अभाव से ग्रस्त है तो उसे पीपल के पत्तों का यह विशेष उपाय शीघ्र करना चाहिए। इसके अनुसार प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को मनुष्य प्रातः जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि करके पीपल के पेड़ को प्रणाम कर और उससे अनुमति लेकर 11 पत्ते तोड़ ले। इस बात का ध्यान रखें कि पत्ते कटे-फटे न हों। साबुत पत्तों को घर लाकर उन्हें ताजे जल या गंगाजल से धो लें। अब उन पर अष्टगंध या चंदन से श्रीराम लिखें। इन पत्तों की माला बनाकर उन्हें हनुमान मंदिर में हनुमाजी को पहना दें। यह प्रयोग प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को करते रहें। कुछ ही सप्ताह में इसके चमत्कारिक परिणाम नजर आने लगेंगे। व्यक्ति के कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त होंगी और उसके घर में धनागम में वृद्धि होगी। इस दौरान ध्यान यह रखना है कि व्यक्ति का मन पवित्र रहे। मांस, मदिरा, बुरे कार्य करने से बचें। पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी हनुमान कृपा प्राप्त होती है।
चोला चढ़ाएं
हनुमानजी को सिंदूर का चोला अत्यंत प्रिय है। चोला चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। जिस इच्छित कामना को लेकर यह प्रयोग किया जाता है वह शीघ्र पूर्ण होती है। मंगलवार या शनिवार में से कोई एक दिन चुन लें। इस दिन प्रातः स्नान के बाद किसी हनुमान मंदिर में जाएं। वहां साफ-सफाई करके हनुमानजी की प्रतिमा तो शुद्ध जल से स्नान कराएं। फिर चमेली के तेल में सिंदूर घोलकर हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। लाल कपड़े की लंगोट पहनाएं। इसके बार पुष्पमाला आदि अर्पित कर बेसन के लड्डू का भोग लगाएं और वहीं बैठकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। यह प्रयोग अत्यंत शीघ्र फलदायी है।
श्रीफल का उपाय
यदि जीवन में बाधाएं आ रही है। अचानक संकट आ रहे हों। परिवार में किसी न किसी की बीमारी पर खर्च हो रहा हो। धंधा ठीक से नहीं चल पा रहा हो। नौकरी में प्रमोशन नहीं मिल पा रहा है तो नारियल का उपाय करें। एक श्रीफल लेकर हनुमान मंदिर जाएं। वहां अपने सिर के ऊपर से सात बार श्रीफल घुमा लें और अपनी सारे संकटों का नाश करने की प्रार्थना के साथ इसे हनुमानजी के सामने फोड़ दें। इससे बाधाएं दूर होने लगेंगी।