हरियाणा: 6वीं से 8वीं तक के स्कूल खुले, लेकिन 5वीं तक के बच्चों को अभी नहीं बुलाया जाएगा
चंडीगढ़। हरियाणा के सभी जिलों में छठी से आठवीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल सोमवार से खुल गए। हालांकि, शिक्षा निदेशालय की ओर से अभी 5वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने के आदेश नहीं दिए गए हैं। इसका मतलब है कि, सरकार अभी 5वीं तक के बच्चों को स्कूलों में नहीं बुलाना चाहती। ऐसा कोरोना के प्रकोप के चलते हो रहा है। एक अधिकारी ने कहा कि, हरियाणा में प्राइमरी स्कूलों को खोलने के फैसले में सरकार जल्दबाजी नहीं करेगी। नीतिगत तौर पर 15 फरवरी से पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल बुलाने का निर्णय लिया जा चुका है, लेकिन इस पर अभी विचार-विमर्श चल रहा है। दरअसल, केंद्रीय गृह व स्वास्थ्य मंत्रालय भी यह मानता है कि 10 वर्ष की उम्र तक के बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा सबसे अधिक है।
यह सब ध्यान में रखते हुए प्राइमरी स्कूल अब मार्च में खोले जा सकते हैं। विभाग के अनुसार, मनोहर लाल खट्टर के अगुवाई वाली सरकार मिडल, हाई तथा सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को खोल चुकी है। पूरे राज्य में 8310 प्राइमरी स्कूल हैं। जिनमें 11 लाख 90 हजार विद्यार्थी हैं। जिन्हें अब अगले माह ही स्कूल बुलाया जा सकता है। इधर, जो कक्षाएं बुलाई जा रही हैं, फिलहाल स्कूलों में उसके लिए तीन घंटे के लिए ही कक्षाएं लगती हैं। शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, फिलहाल केवल तीन घंटे के लिए कक्षाएं लगेंगी।
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सरकार के यह भी आदेश हैं कि, विद्यार्थियों को स्कूल आने से पहले माता-पिता से अनापत्ति प्रमाण पत्र दिखाना होगा। इन दिनों मिडल स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों के रुझान को देखकर शिक्षा सत्र के बारे में फैसला लिया जाएगा। शिक्षा विभाग का कहना है कि, सूबे के सभी स्कूलों को सैनेटाइज करवाया जा चुका है। और, जो स्कूल आएंगे, उन विद्यार्थियों के लिए मास्क अनिवार्य होगा। इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग के बिना किसी की स्कूल में एंट्री नहीं होगी।