बांग्लादेश से आए शरणार्थियों को ममता बनर्जी ने बताया भारत का नागरिक, बोलीं- वोटर लिस्ट में नाम जुड़वा लीजिए
Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने योग्य लोगों से अपील की है कि वह प्रदेश में खुद को वोटर लिस्ट में शामिल करा लें। जमीन वितरण के एक कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि गरीब लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सकता है। मैंने सुना है कि फ्लाइओवर बनाने और रेलवे निर्माण के नाम पर लोगों से जगह खाली कराई जा रही और उन्हें इसके लिए मुआवजा तक नहीं दिया जा रहा है। मैं किसी को भी पश्चिम बंगाल के शरणार्थियों को बाहर करने की अनुमति नहीं दूंगी। साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि अगर आपकी जमीन जबरन ली जा रही है तो प्रदर्शन कीजिए, प्रदेश सरकार आपके साथ है।
यही नहीं ममता बनर्जी ने कहा इस बात को आप लोग सुनिश्चित कीजिए कि आफका नाम वोटर लिस्ट में हो, वरना आपको एनआरसी के नाम पर डिटेंशन कैंप में भेज दिया जाएगा। यह शर्मनाक है, बहुत ही शर्मनाक। ममता बनर्जी ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह 100 दिन के काम का फंड प्रदेश को नहीं दे रही है। किसानों को केंद्र से फर्टिलाइजर नहीं मिल रही है। हमने उन्हें पत्र तक लिखा है। हमे खुद फर्टिलाइजर बनाने के बारे में सोचना होगा। अगर इसी तरह से केंद्र हमारे साथ असहयोग करेगा तो हमे खुद फर्टिलाइजर बनाने के लिए आत्मनिर्भर होना होगा। बता दें कि ममता बनर्जी ने कार्यक्रम के दौरान 4701 लोगों को जमीन का पट्टा दिया, यह जमीन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को दिया गया है। इसमे अलग-अलग जिलों के गरीब लोग शामिल थे।
ममता बनर्जी ने कहा बांग्लादेश से जो शरणार्थी आए हैं वह भारत के नागरिक हैं। इन लोगों को सीएए के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में लोग अपना सबकुछ गंवाकर भारत आए। मार्च 1971 तक जो लोग भारत आए हैं वह कानूनी रूप से भारत के नागरिक हैं। इन लोगों से अब भी यह कहा जा रहा है कि आपको भारत की नागरिकता का दर्जा दिया जाएगा, जबकि वह भारत के नागरिक हैं।