Bengal Election:पहले चरण में कौन-कौन हैं प्रमुख उम्मीदवार, कितनों पर हैं गंभीर आपराधिक आरोप ? पूरी लिस्ट देखिए
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शनिवार यानी 27 मार्च को पहले चरण में 30 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। राज्य में कुल 294 सीट हैं और पहले चरण में कुल 191 उम्मीदवारों की सियासी किस्मत का फैसला होना है। कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मतगणना के समय में 30 मिनट का इजाफा किया है। इन सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी और शाम के 6.30 बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। मतदान से जुड़ी गतिविधियों में शामिल हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा। वोटिंग से पहले थर्मल स्क्रीनिंग करवाना भी आवश्यक होगा और सैनिटाइजर भी उपलब्ध रहेगा। सबके लिए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटन करना भी जरूरी होगा। आइए इस चरण में चुनाव लड़ रहे प्रमुख उम्मीदवारों और हॉट सीटों के बारे में जान लेते हैं।
पहले चरण में किन सीटों पर वोटिंग ?
पहले चरण में 5 जिलों की 30 सीटों पर चुनाव करवाए जा रहे हैं। ये जिले हैं- पूर्वी मिदनापुर पार्ट-1, पश्चिमी मिदनापुर- पार्ट 1, बांकुरा, झारग्राम और पुरुलिया। जिन विधानसभा सीटों पर शनिवार को वोट डाले जाएंगे वे हैं- पटशपुर, कांथी उत्तर, भगवानपुर, खेजुरी, कांथी दक्षिण, रामनगर, एगरा, दांतन, नयाग्राम, गोपीबल्लवपुर, झारग्राम, केशियारी (एसटी), खड़गपुर, गारबेटा, सलबोनी, मेदिनीपुर, बीनापुर (एसटी), बंदवान (एसटी), बलरामपुर, बाघुमुंडी, जोयपुर, पुरुलिया, मानबाजार(एसटी), काशीपुर, पारा (एससी), रघुनाथपुर (एससी), सालतोरा (एससी), छटना, रानीबांध (एसटी) , रायपुर (एसटी)। इनमें से 7 विधानसभा सीटों को रेड अलर्ट सीट घोषित किया गया है। ये वो सीटें हैं, जहां 3 या उससे ज्यादा उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं।
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पहले चरण की प्रमुख सीटें और उम्मीदवार
पहले चरण में कुल 6 विधानसभा सीटों को हॉट माना जा रहा है, जिनपर दिग्गज उम्मीदवारों में मुकाबला देखने को मिल रहा है। जैसे-पुरुलिया सीट पर टीएमसी के सुजॉय बनर्जी और बीजेपी के सुदीप मुखर्जी के बीच मुकाबला है। जबकि, यहां कांग्रेस के टिकट पर पार्था प्रतिम बनर्जी चुनाव मैदान में हैं। मेदिनीपुर में टीएमसी की जूने मालिया का भाजपा के शामित दाश के साथ टक्कर है। जबकि, सीपीएम ने यहां से तरुण कुमार घोष को टिकट दिया है। खड़गपुर में मुकाबला टीएमसी के दिनेन रे का बीजेपी के तपन भुइंया के साथ है और यहां सीपीएम के एसके सद्दाम अली चुनाव लड़ रहे हैं। कांथी उत्तर से टीएमसी के तरुण कुमार जना के मुकाबले बीजेपी ने सुनीता सिंघा पर दांव लगाया है और सीपीएम ने सुतानु मैती पर भरोसा किया है। कांथी दक्षिण से टीएमसी के दिग्गज ज्योतिर्मोय कार चुनाव मैदान में हैं तो बीजेपी ने उनको टक्कर देने के लिए अरूप कुमार दास को लड़ाया है। सीपीएम की ओर से यहां पर अनुलुप पांडा चुनाव लड़ रहे हैं। बाघुमुंडी में टीएमी की ओर से सुशांता महतो मैदान में हैं तो यहां भाजपा की सहयोगी ऑल झारखंड स्टूटेंट्स यूनियन के चीफ आशुतोष महतो खुद मैदान में है। जबकि, कांग्रेस ने नेपाल महाता पर काफी उम्मीदें टिका रखी हैं।
पहले चरण में कुल 25 फीसदी दागी उम्मीदवार
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्मस (एडीआर) के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में कुल 191 उम्मीदवारों में से करीब 10 फीसदी यानी 19 उम्मीदवारों ने खुद को करोड़पति बताया है। यानी इतने प्रत्याशियों के पास 1 करोड़ या उससे ज्यादा की चल और अचल संपत्तियां हैं। अगर 191 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति देखें तो हर उम्मीदवार ने 43.77 लाख रुपये की संपत्ति का ब्योरा दिया है। लोकतंत्र के लिए चिंता की बात ये है कि कुल 48 उम्मीदवारों ने यानी 25 फीसदी उम्मीदवारों पर कोई ना कोई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पहले चरण में सिर्फ 21 महिला उम्मीदवार
पहले चरण में सिर्फ 21 महिला उम्मीदवार हैं और 170 प्रत्याशी पुरुष हैं। इनमें से सबसे ज्यादा यानी 109 प्रत्याशी 41 साल से 60 साल की उम्र के हैं, जबकि 53 उम्मीदवारों की आयु 25 से 40 साल के बीच है। लेकिन, 29 उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जो 61 से लेकर 80 साल की उम्र में चुनावी दांव आजमा रहे हैं। अगर शैक्षणिक योग्यता की बात की जाए तो आधे से कम यानी 92 उम्मीदवारों ने ही ग्रैजुएशन या उससे ज्यादा की शिक्षा ली हुई है। 3 डिप्लोमा होल्डर हैं। लेकिन 96 उम्मीदवारों ने 5वीं से लेकर 12वीं तक की ही पढ़ाई की हुई है।
बंगाल में तीन गठबंधनों के बीच मुकाबला
पश्चिम बंगाल की कुल 294 सीटों के लिए पूरे 8 चरणों में चुनाव होने हैं और आखिरी चरण 29 अप्रैल को होना है। 2 मई को वोटों की गिनती होगी और उसी दिन सारे नतीजे आ जाएंगे। इस चुनाव में बीजेपी कुल 293 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और 1 सीट उसने अपनी सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन को दी है। वहीं टीएमसी 290 सीटों पर मैदान में है और उत्तर बंगाल की 3 सीटें उसने बिमल गुरुंग की गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के लिए छोड़ी है। तीसरे मोर्चे की अगुवाई लेफ्ट फ्रंट कर रहा है, जिसने खुद के लिए 137 और कांग्रेस के लिए 91 सीटें तय की हैं। वहीं फुरफुरा शरीफ के अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेक्युलर फ्रंट को इस गठबंधन ने 28 सीटें दी हुई हैं। (पहली तस्वीर के अलावा सारी तस्वीरें- फाइल)