उत्तराखंड: त्रिशूल पर्वत पर एवलांच की चपेट में आए IAF के 5 जवान लापता, तलाश जारी
देहरादून, 2 अक्टूबर। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में त्रिशूल पर्वत पर अचानक आए एवलांच (हिमस्खलन) के बाद भारतीय नौसेना के पांच पर्वतारोही और एक कुली शुक्रवार तड़के से लापता हैं। कर्नल बिष्ट के हवाले से एनआईएम के एक बयान में कहा गया कि उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रमुख कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में एक बचाव दल लापता जवानों की तलाश में हिमस्खलन प्रभावित इलाके के लिए रवाना हो गया है। बचाव दल का दल जोशीमठ पहुंच गया है लेकिन खराब मौसम सर्च अभियान में बाधा बन रही है।
Recommended Video
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना, वायु सेना और स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की एक संयुक्त टीम एक हेलीकॉप्टर की सहायता से बचाव अभियान में लगी हुई है। माउंट त्रिशूल, जिसका मतलब है भगवान शिव का हथियार त्रिशूल, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित तीन हिमालयी चोटियों का एक समूह है। भारतीय नौसेना के एडवेंचर विंग ने सुबह करीब 11 बजे एनआईएम अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित किया था और संस्थान की सर्च अभियान और बचाव दल की मदद मांगी थी।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव 2022: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बोले- कांग्रेस और आप को मैं चुनौती नहीं मानता
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार भारतीय नौसेना के पर्वतारोहियों की 20 सदस्यीय टीम ने 15 दिन पहले 7, 120 मीटर माउंट त्रिशूल पर एक अभियान शुरू किया था और शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे हिमस्खलन की चपेट में आ गया। 20 सदस्यीय अभियान को 03 सितंबर 21 को मुंबई से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। दस पर्वतारोहियों ने शुक्रवार सुबह शिखर पर चढ़ना शुरू किया था, लेकिन चोटी पर पहुंचने से पहले वह हिमस्खलन की चपेट में आ गए। 10 में से पांच पर्वतारोही सुरक्षित हैं, जबकि पांच जवानों का कोई पता नहीं चल पाया है।