Mussoorie:दारोगा नीरज कठैत कौन हैं ? MLA का चालान काटने पर हुआ तबादला तो मच गया हंगामा
मसूरी, 18 जून: उत्तराखंड के मसूरी में अभी भी देश के बाकी हिस्सों से तापमान कम है, लेकिन वहां का सियासी पारा बढ़ता ही जा रहा है। दरअसल, वहां पर एक सब इंस्पेक्टर के तबादले की वजह से स्थानीय लोग और विपक्षी कांग्रेस भी हंगामा कर रही है। तबादला एसआई नरीज कठैत का हुआ है, जिन्हें मसूरी जैसे हाई-प्रोफाइल शहर से एक दूर-दराज कस्बे में भेज दिया गया है। लोगों का आरोप है कि दारोगा का गुनाह ये है कि उसने अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाई है। उसने सत्ताधारी पार्टी के एक विधायक का चालान काटा, क्योंकि वो और उनका परिवार कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहा था। जानिए क्या है पूरा मामला और कौन हैं वो दारोगा, जिनका ट्रांसफर रोकवाने के लिए आंदोलन शुरू हो गया है।
मसूरी में दारोगा के तबादले पर विवाद
एक सब-इंस्पेक्टर के तबादले पर उत्तरांड की राजनीति गर्म हो चुकी है। जैसे ही सब-इंस्पेक्टर नीरज कठैत के मसूरी से ट्रांसफर किए जाने की खबर फैली स्थानीय लोग उनके समर्थन में कूद पड़े हैं। सड़कों पर भी लोग उनका तबादला रोकने की मांग कर रहे हैं तो व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर भी इसे आंदोलन का शक्ल दिया जा रहा है। मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन ने तो उनके समर्थन में मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई है और तहसीलदार से फौरन उनका तबादला रोकने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल का कहना है, 'एमएलए ने कानून तोड़ा है। पुलिस अधिकारी ने कार्रवाई की और उसकी तारीफ की जानी चाहिए, न कि उसे सजा मिलनी चाहिए। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं, 'इससे पुलिस वालों का मनोबल गिरेगा। इससे वो भविष्य में कानून तोड़ने वालों के खिलाफ ऐक्शन लेने में हिचकिचाएंगे।' एक और शख्स लिखता है, 'पुलिस को किसी नियम तोड़ने वाले का चालान काटने से पहले उससे जरूर पूछ लेना चाहिए कि क्या वह एमएलए तो नहीं है।'
एसआई नीरज कठैत का तबादला रूटीन- पुलिस
गौरतलब है कि गुरुवार को एसआई नीरज कठैत का तबादला मसूरी से हटाकर देहरादून से 40 किलोमीटर दूर छोटे से कस्बे कालसी में कर दिया गया है। जबकि, रविवार को मसूरी के सर्किल ऑफिसर नरेंद्र पंत ने कहा था कि 'ऑफिसर तो सिर्फ निर्देशों का पालन कर रहे थे।' लेकिन, रविवार को उन्होंने कहा कि उन्हें एसएसपी ऑफिस के आदेश पर कालसी भेजा गया है। चालान एपिसोड के बाद उनके अचानक ट्रांसफर आने के बारे में उनकी दलील है कि मसूरी में उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया था और उनका ट्रांसफर होने ही वाला था। विपक्षी कांग्रेस ने भी अब जनता के बीच दारोगा के ट्रांसफर के खिलाफ बन रहे माहौल को देखते हुए कहा है कि अगर उनका ट्रांसफर नहीं रोका गया तो वह प्रदर्शन शुरू करेगी।
एसआई नीरज कठैत कौन हैं ?
बीते रविवार की बात है। मसूरी में कोरोना कर्फ्यू लागू था। आरोपों के मुताबिक रात के आठ बजे के करीब रुड़की के बीजेपी एमएलए प्रदीप बत्रा अपने परिवार वालों के साथ सड़क पर घूम रहे थे। उन्होंने सही से मास्क भी नहीं लगी रखा था और कर्फ्यू का भी पालन नहीं कर रहे थे। सब-इंस्पेक्टर नीरज कठैत ने उन्हें रोका और कोविड अनुकूल व्यवहार नहीं करने और कर्फ्यू तोड़ने का कारण पूछा। इसपर विधायक का बेटा दारोगा से बहसबाजी करने लगा। पुलिस वाले ने जब चालान काटा तो वह नाराज होकर चालान की रकम उसकी ओर झटकर चलते बने। यह वीडियो तभी से सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू गया। नेताजी का सरेआम चालान काटने की हिम्मत दिखाने वाले दारोगा कठैत देखते ही देखते स्थानीय लोगों के हीरो बन गए। ऐसे में ड्यूटी निभाने के बाद उनके अचानक हो रहे तबादले को लोग हजम नहीं कर पा रहे हैं और इसी वजह से मसूरी में हंगामा हो रहा है।
विधायक ने कर्फ्यू तोड़ा ?
वायरल हो रहे वीडियो में कठैत को विधायक से कहते हुए सुना जा सकता है कि 'आप बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के कैसे घूम रहे हैं ? कर्फ्यू में घूमने की इजाजत नहीं है।' इसपर विधायक प्रदीप बत्रा ने उन्हें आराम से बात करने को कहते हुए बताया कि वो उनका परिवार पूरे समय मास्क लगाए हुए था। उनका बेटा कह रहा था कि वह तो होटल की ओर लौट रहे थे। इसपर एसआई ने टोका कि कर्फ्यू में घूमने की मनाही है। इसपर नीरत कठैत ने उनसे चालान के 500 रुपये देने को कहा तो वह पैसे उसकी ओर झटककर देते हुए वहां से निकल गए। (तस्वीरें- यूट्यूब)