महंगाई और बेरोजगारी को उत्तराखंड में कांग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा, पदयात्रा से सत्ता तक पहुंचने की कोशिश
महंगाई और बेरोजगारी को उत्तराखंड में कांग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा, पदयात्रा से करेंगे विरोध
देहरादून, 11 नवंबर। उत्तराखंड में कांग्रेस चुनावी साल में महंगाई और बेरोजगारी को चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है। कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी को लेकर पदयात्रा निकाल रही है। जिससे आम जनता को जोड़ा जा सके। कांग्रेस चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे पूर्व सीएम हरीश रावत ने कोटद्वार, रामनगर, हल्द्वानी, टनकपुर, विकासनगर और ऋषिकेश में पद यात्राएं आयोजित करने का ऐलान किया है। जिसकी शुरूआत 12 नवम्बर को रामनगर से होगी।
महंगाई का मुद्दा कांग्रेस के लिए संजीवनी
उपचुनाव में महंगाई को लेकर जनता के रुख और कांग्रेस को मिली संजीवनी ने चुनावी राज्यों में कांग्रेस को नई संजीवनी देने का काम किया है। ऐसे में कांग्रेस अब महंगाई के मुद्दे को छोड़ने के मूड में नहीं है। महंगाई को लेकर कांग्रेस भाजपा को घेरने में जुटी है। देहरादून में महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने के बाद अब कांग्रेस महंगाई को लेकर पदयात्रा निकालने जा रही है।पदयात्रा के जरिए कांग्रेस आम आदमी के साथ छोटे व्यापारियों और किसानों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेगी। जिससे महंगाई को लेकर चुनाव में भाजपा पर सियासी वार किया जा सके। पेट्रोल, डीजल के दाम राज्य सरकार ने गिराए हैं लेकिन सिलेंडर और खाद्य तेल के दाम आसमान छू रहे है। जिसको लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है। साथ ही महंगाई के मुद्दे को कांग्रेस किसी हाल में छोड़ना नहीं चाहेगी। जब भी महंगाई की मार से जनता त्रस्त हुई है, सरकारें हिली हैं। ऐसे में महंगाई चुनाव में कांग्रेस का बड़ा हथियार साबित होगा।
6 मंडीय नगरियां पर फोकस
पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि उत्तराखंड में 6 मंडीय नगरियां हैं, जो उत्तराखंड के प्रत्येक प्रकार के व्यापार को प्रभावित करती हैं। रावत ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी ने भी प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर दिया है। हरीश रावत ने कहा कि मंडियों से एक संदेश जाता है उसको ध्यान में तय किया है, कि ऐसी 6 मंडियां कोटद्वार, रामनगर, हल्द्वानी, टनकपुर, विकासनगर और ऋषिकेश में पद यात्राएं आयोजित करेंगे। इस सिलसिले में 12 नवम्बर को दोपहर 12 बजे, रामनगर में पदयात्रा प्रारंभ की जाएगी। हरीश रावत ने इस पदयात्रा में आम आदमी और दूसरे संगठनों का भी आह्रवान किया है। हरीश रावत ने कहा कि जो लोग भी महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष में सम्मिलित हैं, मैं उन सब लोगों को चाहे वो किसी राजनैतिक दल के हों, किसी विचारधारा के हों, सबको आमंत्रित करता हूं। रावत ने आह्रवान करते हुए कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ और हम सब संगठित होकर आवाज उठाएं।
जनता
से
सीधे
जुड़ने
की
कोशिश
युवा
उत्तराखंड
में
युवा
सीएम
और
युवा
नेतृत्व
को
लेकर
भाजपा
चुनाव
मैदान
में
है।
जिसके
जरिए
भाजपा
युवाओं
को
टारगेट
कर
रही
है।
लेकिन
कांग्रेस
बेरोजगारी
का
मुद्दा
उठाकर
भाजपा
को
घेरने
में
जुटी
है।
अब
कांग्रेस
बेरोजगारी
को
लेकर
पदयात्रा
भी
निकालने
जा
रही
है।
कांग्रेस
बेरोजगारी
और
महंगाई
को
लेकर
चुनाव
में
जनता
के
बीच
जा
रही
है।
जिससे
जनता
की
भावनात्मक
मुद्दों
को
छेड़ा
जा
सके।
इसके
लिए
कांग्रेस
ने
गैर
राजनीतिक
संगठनों
का
भी
आह्रवान
किया
है।
पहली
बार
इस
तरह
के
अनूठे
प्रयोग
से
कांग्रेस
नया
दांव
चल
रही
है।
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