भाजपा शासित राज्य के सीएम का ऐलान, कांग्रेस नेता के नाम पर होगा औद्योगिक क्षेत्र का नाम
पूर्व सीएम एनडी तिवारी के नाम पर होगा पंतनगर ओद्योगिकी का नाम
देहरादून, 18 अक्टूबर। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के जन्म दिवस और पुण्य तिथि पर मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा कर नया दांव खेला है। सीएम ने पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र को तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा की। सीएम धामी की ये घोषणा चुनावी साल में कांग्रेस के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कांग्रेस लंबे समय से औद्योगिकी के क्षेत्र में तिवारी के शासन काल के कार्यों को गिनाते आ रही है। अब सीएम के दांव से भाजपा चुनाव में इसका राजनैतिक फायदा लेने की कोशिश में जुट गई है। इधर कांग्रेस हल्द्वानी में तिवारी के जन्म दिन पर स्मृति यात्रा निकाल रही है। पहले कांग्रेस ने इसे विजय शंखनाद रैली के रुप में मनाने का निर्णय लिया था। लेकिन भारी बारिश के चलते सोमवार को यह कार्यक्रम स्थगित कर अब 20 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।
तिवारी के नाम पर पंतनगर औद्योगिकी क्षेत्र के नाम का ऐलान
उत्तराखंड में चुनावी साल में भाजपा, कांग्रेस के बाद बीच जमकर सियासी घमासान चल रहा है। दोनों दल एक दूसरे की रणनीति को भीद्व फॉलो करते हुए अपने-अपने दांव पेंच चल रहे हैं। कांग्रेस ने 18 अक्टूबर को पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी के जन्म दिन पर राज्य भर में बड़े कार्यक्रम आयोजित करने की प्लानिंग की। हल्द्वानी में कांग्रेस ने तिवारी के जन्म दिन पर स्मृति यात्रा निकाली तो भाजपा ने भी तिवारी के नाम पर पंतनगर औद्योगिकी क्षेत्र रखने का ऐलान किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी का चुनाव से पहले ये बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। दिवंगत एनडी तिवारी उत्तराखंड के इतिहास में अब तक 5 साल पूरा कार्यकाल करने वाले पहले सीएम हैं। जो कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति के बड़े चेहरे माने जाते हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी की ये घोषणा तिवारी समर्थकों के नजरिए से भी अहम मानी जा रही है।
कांग्रेस पर सियासी हमला
सीएम धामी की ये घोषणा हरीश रावत खेमे पर भी जबरदस्त सियासी वार माना जा रहा है। तिवारी शासन में हरीश रावत ही उनके लिए मुश्किलें खड़ी करते रहे। अब चुनाव से पहले तिवारी के जन्म दिन के बहाने कांग्रेस पुराने वोटबैंक को साधने की कोशिश में जुटी है। लेकिन भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। पूर्व सीएम एनडी तिवारी के जन्म दिन पर कांग्रेस ने हल्द्वानी में स्मृति यात्रा निकाली। स्मृति यात्रा के बहाने कांग्रेस में वापसी करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल और उनके पुत्र नैनीताल विधायक संजीव आर्य विजय शंखनाद भी करने जा रहे हैं। हालांकि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम भारी बरसात के चलते कांग्रेस ने सोमवार को विजय शंखनाद रैली स्थगित कर अब 20 अक्टूबर नई तारीख तय की है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।
तिवारी की विरासत पर नजर
पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी का उत्तराखंड के विधानसभा सीटों पर प्रभाव रहा है। तिवारी का कुमाऊं और तराई सीटों पर विशेष प्रभाव रहा है। जिनमें हल्द्वानी, नैनीताल, रामनगर, यूएसनगर की सीटें शामिल हैं। रामनगर सीट पर तिवारी ने सीएम बनने के बाद उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। इस सीट पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा रहा है। जबकि इससे पहले 3 बार कांग्रेस और 2 बार भाजपा जीतकर आई है। पिछली बार कांग्रेस के रणजीत सिंह रामनगर से चुनाव हार गए थे। जो अब कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। हालांकि इस सीट पर हरीश रावत खेमा और रणजीत सिंह आमने सामने हैं। दूसरी अहम सीट हल्द्वानी की सीट है। जिस पर कांग्रेस की दिग्गज नेता स्वर्गीय डॉ इंदिरा ह्रदयेश विधायक थीं, लेकिन उनके निधन के बाद उनके बेटे सुमित का विरासत संभालने को लेकर चर्चांए हैं। नैनीताल सीट पर संजीव आर्य भाजपा के टिकट पर विधायक चुनकर आए थे जो अब कांग्रेस में वापस आ चुके हैं। ऐसे में इस बार तिवारी के प्रभाव वाली सीटों पर कांग्रेस की खासा नजर है। जिनको लेकर पार्टी अभी से रणनीति पर काम कर रही है। साथ ही तिवारी के जाने के बाद उनकी विरासत संभालने वाला कोई चेहरा नहीं है। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा दोनों की नजरें तिवारी समर्थकों पर भी हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी के इस नए दांव से कांग्रेस का गणित गड़बड़ा सकता है।
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