Uttar Pradesh: 5 से 9 सितंबर तक 'शिक्षक पर्व' मनाएगी Yogi सरकार, जानिए इसके मायने
लखनऊ, 01 सितंबर: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा है। अधिकारियों की माने तो नई शिक्षा नीति को लेकर UGC का यह कदम काफी अहम साबित हो सकता है। इसके तहत अब यूपी के सभी विश्वविद्यालों में शिक्षक पर्व मनाने की शुरुआत की जाएगी। सरकार की ओर से भी जारी एक आदेश में कहा गया है कि सभी विश्वविद्यालयों में 5 से 9 सितंबर तक 'शिक्षक पर्व' मनाया जाए।
शिक्षक पर्व के दौरान संकाय सदस्यों को वेबिनार कार्यशालाओं, पैनल चर्चा, पुस्तक वाचन सत्र, शैक्षिक फिल्मों की स्क्रीनिंग और उनके योगदान पर प्रदर्शनी का सम्मान किया जाएगा। भारतीय शिक्षा प्रणाली में शिक्षकों को संगठित किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने राज्य विश्वविद्यालयों के सभी कुलपतियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि विभिन्न विषयों पर प्रख्यात विद्वानों व्यक्तित्वों के व्याख्यान भी होंगे।
शिक्षा नीति को आगे ले जाने में शिक्षकों का अहम योगदान
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को आगे ले जाने में शिक्षकों के योगदान को मान्यता देने के लिए 'शिक्षक पर्व' मनाने का फैसला किया है। गर्ग ने उच्च शिक्षण संस्थानों को यूजीसी के दिशानिर्देशों पर ध्यान देने का निर्देश दिया है। विश्वविद्यालयों से शिक्षक दिवस को उचित तरीके से मनाने का आग्रह किया है।
छात्रों से अधिकतम भागीदारी करने का अनुरोध
यूजीसी ने उच्च शिक्षा संस्थानों से उनके द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों में "छात्रों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने" का अनुरोध किया है। संस्थानों को घटनाओं को रिकॉर्ड करने और फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करने की आवश्यकता होती है। यूजीसी ने संस्थानों से वैधानिक निकाय द्वारा स्थापित निगरानी पोर्टल को अपडेट करने का भी अनुरोध किया है।
यूजीसी ने जारी किया है यह आदेश
यूजीसी का आदेश है कि युवाओं के विकास और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान को ध्यान में रखते हुए सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को 5 सितंबर से शिक्षक पर्व मनाना चाहिए। यूजीसी के एक पत्र में कहा गया है, "शिक्षक पर्व के पीछे का विचार शिक्षण पेशे की गरिमा और युवा दिमाग और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान को स्वीकार करना है।"
बेहतरीन शिक्षकों को पुरस्कृत करने की तैयारी
यूजीसी ने इस साल जुलाई में घोषणा की थी कि सरकार स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए उनके "अद्वितीय योगदान" का जश्न मनाने के लिए कुछ "बेहतरीन शिक्षकों" को मानद पुरस्कार से सम्मानित करेगी। शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार (एनएटी) शीर्षक से पुरस्कार 5 सितंबर को दिए जाएंगे। दरअसल 5 सितंबर को देश भर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है, 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू होने के बाद, भारत सरकार इस दिन को शिक्षक पर्व के रूप में मनाती है।