यूपी चुनाव को लेकर चंद्रशेखर ने अभी नहीं खोले सियासी पत्ते, 10 जनवरी के बाद साफ करेंगे रणनीति
यूपी चुनाव को लेकर चंद्रशेखर ने अभी नहीं खोले सियासी पत्ते, 10 जनवरी के बाद साफ करेंगे रणनीति
लखनऊ, 09 जनवरी: चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। तारीखों का ऐलान होते ही सत्ताधारी पार्टी बीजेपी समेत सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। तो वहीं, विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमा रही चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने अभी तक अपने सियासी पत्ते नहीं खोले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 10 जनवरी के बाद चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति साफ करेंगी। फिलहाल पार्टी यूपी चुनाव को लेकर मंथन में जुटी है। तो वहीं, चुनाव आयोग की ओर से इस पार्टी को केतली चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है। आसपा ने बीते वर्ष 2021 में जिला पंचायत चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से दो ने जीत दर्ज की थी। इतना ही नहीं, आसपा ने उप-विधानसभा चुनाव में बुलंदशहर सीट से प्रत्याशी उतारा था, जो दूसरे नंबर आया था।
इसके बाद से ही चंद्रशेखर आजाद की पार्टी का विधानसभा चुनाव लड़ना भी तय माना जा रहा था। चंद्रशेखर आजाद तब से कई पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं और प्रदेश भर में घूमकर पार्टी को विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत बनाने में जुटे रहे। वहीं, पिछले दिनों शिवपाल सिंह, ओमप्रकाश राजभर व असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात की थी। जिसके बाद इनकी मुलाकातों के कई मायने निकाले गए। हालांकि अभी तक आजाद की ओर से इन मेल-मुलाकातों को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
तो वहीं, चंद्रशेखर ने विधानसभा चुनाव को लेकर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी दल के साथ गंठबंधन होगा। पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उसका चुनावी एजेंडा क्या होगा? इस पर अभी पार्टी ने अपनी स्थिति साफ नहीं की है। ऐसा बताया जा रहा है कि पार्टी 10 जनवरी के बाद चुनाव पर अपनी स्थिति स्पष्ट करेगी। पार्टी के निर्णय को लेकर पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे दावेदार भी उत्सुक हैं।